तिब्बत हमेशा मेरे संगीत जीवन की भूमि है:मेनांग दोर्जे
मेनांग दोर्जे ने तिब्बती परंपरागत संगीत से ज्यादा सीखने की कोशिश की। विश्व को तिब्बत के पुरातन दरबारी संगीत का परिचय देने के लिये उन्होंने दो साल तिब्बत का दरबारी संगीत बजाना सीखा । वर्ष 1987 में मेनांग दोर्जे ने तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के संगीत-नृत्य मंडल के दरबारी संगीत दल के प्रमुख संगीतकार के रूप में ब्रिटेन में कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
चीन में वेब पर ऑनलाइन पठन का हार्दिक स्वागत हुआ है
हाल के कई वर्षों में चीन की कुछ अनुसंधान संस्थाओं द्वारा जारी राष्ट्रीय पठन जांच-पड़ताल के परिणाम से यह जाहिर हुआ है कि जनता में परंपरागत पुस्तकें पढ़ने का अनुपात गिर रहा है। लेकिन वेब या मोबाइल फ़ोन द्वारा पुस्तक पढ़ने वालों की संख्या स्पष्ट रूप से बढ़ रही है।
सपना की कहानी
वह इतवार का दिन था , लीली अभी मीठी नींद से जग कर पलंग से उठी ही नहीं थी कि मां से समुद्र पर तैरने जाने के लिए मचलने लगी ।
युद्धरत-राज्य काल
चीन में सामन्ती समाज का प्रारम्भ युद्धरत-राज्य काल से हुआ था और 19 वीं शताब्दी के मध्य में बरतानवी पूंजीपति वर्ग द्वारा चीन के खिलाफ़ छेड़े गए अफीम युद्ध से थोड़ा पहले इस का अंत हो गया। इस प्रकार, यह समाज कोई 2300 वर्षों तक कायम रहा।
स्छ्वान फिर भी सुन्दर है
वर्ष 12 मई, 2008 दक्षिण पश्चिमी चीन के स्छ्वान प्रांत की वन छ्वान कांउटी में रिक्टर पैमाने पर 8 डिग्री का भूकंप आया था , जिस से हज़ारों लोगों की मृत्यु हुई, कई लाख व्यक्ति घायल हुए और दस लाख से अधिक बेघर हुए । लोगों का शांत जीवन पूरी तरह बदल गया ।