एक ईसाई अनुयायी का जंगल में शेर से सामना पड़ा , शेर उसे जिन्दा खाने के लिए उस का पीछा करना नहीं छोड़ रहा है , जब बचाव का कोई रास्ता नहीं दिखा , तो ईसाई ने जमीन पर घुटने के बल बैठ कर प्रार्थना कीः " हे माइ गोड ! तुम इस शेर को दीक्षित कर ईसाई अनुयायी बना लो !"
क्या जाने , शेर उस की प्रार्थना के साथ तुरंत जमीन पर बैठ गया और ऊंची आवाज मं बोला " गोड को धन्यावाद हो , तुम ने मुझे ऐसा अच्छा आहार प्रदान किया है , आमीन !"