एक पट्टी-एक मार्ग पहल का लाभ दुनिया को दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाला देश चीन प्रमुख आर्थिक शक्ति बन चुका है। हाल के वर्षों में वैश्विक मंच पर चीन की भागीदारी लगातार मजबूत हुई है। एक पट्टी-एक मार्ग योजना ने चीन की ताकत में और इजाफा किया है। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की पहल पर तीन साल पहले शुरू हुई यह योजना दुनिया के तमाम देशों को आपस में जोड़ने में अहम भूमिका निभा सकती है। |
वन बेल्ट वन रोड से भारत को भी होगा फायदा विकसित देश मंदी के दौर से गुजर रहे हैं, उनके सामने अपनी अर्थव्यवस्था को बचाने का संकट है। ऐसे में चीन दुनिया के लिए उम्मीद की किरण बना है। खुली अर्थव्यवस्था अपनाने के बाद चीन ने जो कर दिखाया वो किसी करिश्मे से कम नहीं है। यही वजह है कि चीन की तकनीक और सामान दुनिया के बाजार में अपनी पहचान बना चुका है। |
समान जीत, समान विकास के लिए भारत को चीन के एक पट्टी एक मार्ग को गले लगाना चाहिए चीन अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए "बेल्ट एंड रोड फोरम फॉर इंटरनेशनल कॉरपोरेशन" यानी "एक पट्टी एक मार्ग" अंतर्राष्ट्रीय सहयोग शिखर सम्मेलन आगामी 14 से 15 मई तक पेइचिंग में आयोजन करेगा। इस साल 17 जनवरी को स्वीटरजर्लैंड के डावॉस में 47वें विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफींग जब "बेल्ट एंड रोड फोरम फॉर इंटरनेशनल कॉरपोरेशन" की घोषणा की थी तब से "बेल्ट एंड रोड फोरम" अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से ज्यादा ध्यान आकर्षित किया है। |
भारतीय प्रोफेसर : आशा है कि भारत और चीन का समान विकास होगा एक पट्टी एक मार्ग अंतरराष्ट्रीय सहयोग शिखर मंच पेइचिंग में आयोजित होगा। हाल ही में भारत के गोआ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर दातेश परुलेकर ने सीआरआई के साथ हुई बातचीत में आशा व्यक्त की कि भारत और चीन वार्तालाप से एक पट्टी एक मार्ग पर मौजूद मतभेद दूर कर एक साथ सुंदर भविष्य का निर्माण करेंगे। |
एक पट्टी एक मार्ग से चीन भारत परंपरागत मित्रता होगी मजबूत एक पट्टी एक मार्ग निर्माण में जन संपर्क पाँच मुख्य विषयों में से एक है। एक पट्टी एक मार्ग अंतरराष्ट्रीय सहयोग शिखर मंच आयोजित होने से पहले भारतीय मीडिया में कार्यरत रही रीना गुप्ता ने सीआरआई के साथ हुई एक बातचीत में कहा कि भारत और चीन की संस्कृतियों में कई समानताएं हैं। एक पट्टी एक मार्ग निर्माण दो देशों की परंपरागत मित्रता को बढ़ाएगा और द्विपक्षीय सहयोग के लिए जनमत का मज़बूत आधार डालेगा। |
भारत को चीन के साथ एक पट्टी एक मार्ग निर्माँण में सहयोग करना चाहिए एक पट्टी एक मार्ग अंतरराष्ट्रीय सहयोग शिखर मंच पेइचिंग में आयोजित होने वाला है। भारत के मशहूर चीनी मामलों के जानकार और जेएनयू के चीन और दक्षिण-पूर्वी एशिया अनुसंधान केंद्र के प्रोफेसर बी आर दीपक ने सीआरआई को दिये एक इंटरव्यू में बताया कि भारत को चीन के साथ एक पट्टी एक मार्ग निर्माण में सहयोग करना चाहिए। अगर चीन और भारत हाथ में हाथ मिलाएंगे, तो एशिया का नया भविष्य रचा जाएगा। |
भारत को सक्रियता से एक पट्टी एक मार्ग में भाग लेना चाहिए एक पट्टी एक मार्ग अंतरराष्ट्रीय सहयोग शिखर मंच पेइचिंग में आयोजित होने वाला है। फिलहाल भारत के ग्लोबल थिंक टैंक के अध्ययकर्ता प्रसून शर्मा ने सीआरआई को दिये इंटरव्यू में बताया कि भारत को सक्रियता से एक पट्टी एक मार्ग के निर्माण में भाग लेना चाहिए। |
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