विकासः मेरे हाथ में बदायूं उत्तर प्रदेश से मोहम्मद शाहनवाज और अनिस अहमद का पत्र है। इस पत्र में भी अनुभा जी की तरह ही श्रोता वाटिका भेजने का अनुरोध किया गया है। उन्होंने लिखा है कि मैं सीआरआई का नियमित श्रोता हूं। आपके चीनी भाषा कार्यक्रम के माध्यम से चीनी भाषा सीखने का प्रयास कर रहा हूं। मेरा अनुरोध है कि आपका पत्र मिला कार्यक्रम में मेरा यह पत्र अवश्य शामिल करें। अनिस जी इस कार्यक्रम में हमने आपका पत्र शामिल किया है। आशा है आप जरूर संतुष्ट होंगे। आपने श्रोता वाटिका भेजने का अनुरोध किया है। आशा है आप जल्द ही प्राप्त कर सकेंगे। साथ ही आप अपनी कविताओं और कहानियों को भी हमें भेज सकते हैं जिससे की हम उसे हमारे श्रोता वाटिका में छापेंगे।
चंद्रिमाः विकास जी अगला पत्र गोपालगंज बिहार के कृष्णा कुमार राम,राजू कुमार राम, अर्जुन कुमार राम, शिवजी कुमार राम, मीरा कुमारी, कुशुम कुमारी, गुड़िया कुमारी का है। उन्होंने लिखा है कि वे नियमित रूप से सीआरआई का कार्यक्रम सुनते हैं। सीआरआई के सभी कार्यक्रम उन्हें बहुत अच्छे लगते हैं। साथ ही सीआरआई की 70वीं वर्षगांठ पर हमें बधाई भी दिया है। उन्होंने पूछा है कि मैं कल्ब की स्थापना करना चाहता हूं। एक कल्ब में कितने सदस्य होने चाहिए।
विकासः चंद्रिमा जी मेरे ख्याल से ये सभी लोग मिलकर अभी एक क्लब की स्थापना कर सकते हैं। क्लब की स्थापना के लिए एक आप अपनी पसंद का नाम चुनिए और उसे हमारे पास भेज दीजिए। एक क्लब में सदस्यों की संख्या 10 से लेकर कितनी भी संख्या तक हो सकता है। आप क्लब की स्थापना करने के बाद दूसरे श्रोताओं को भी अपने क्लब में शामिल कर सकते हैं। मालवा रेडियो श्रोता संघ के लक्ष्मण माल ने हमें पत्र भेजकर दीपावली की शुभकामनाएं दी है। हालांकि यह पत्र हमारे पास देर से पहुंचा है लेकिन श्रोताओं के पत्रों का हमारे कार्यक्रम में हमेशा स्वागत है। आपकी शुभकामना के लिए हमारे तरफ से आपको बहुत-बहुत धन्यवाद।