टिप्पणी

चीन और वियतनाम के लिए साझे भविष्य वाले समुदाय के निर्माण का नया खाका तैयार

हाल ही में, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 14 से 15 अप्रैल तक वियतनाम की राजकीय यात्रा की और दोनों पक्षों ने नए युग में साझे भविष्य वाले चीन-वियतनाम समुदाय के निर्माण के लिए एक नया खाका तैयार किया। इससे यह स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि दुनिया में इस अशांत समय में, चीन और वियतनाम द्वारा शांतिपूर्ण विकास के मार्ग पर मिलकर काम करना न केवल 1.5 अरब से अधिक लोगों के आम आधुनिकीकरण के लिए अनुकूल होगा, बल्कि प्रभावी रूप से क्षेत्रीय और यहां तक ​​कि विश्व शांति और स्थिरता को बनाए रखेगा और आम विकास को बढ़ावा देगा।

16-Apr-2025
छांगशा शहर में धूमधाम से मनाया ह्वाचाउचे फेस्टिवल

छांगशा शहर में धूमधाम से मनाया ह्वाचाउचे फेस्टिवल

हाल के दिनों में मध्य चीन के हुनान प्रांत की राजधानी छांगशा शहर में स्थित होहु झील और आसपास के इलाके में धूमधान से ह्वाचाउचे फेस्टिवल मनाया जा रहा है। फेस्टिवल के दौरान हानफू के शौकीनों का समूह सड़कों पर हानफू पहने नज़र आते हैं ,जो लोगों के ध्यान का केंद्र बने रहते हैं। बता दें कि हानफू चीनी पारंपरिक संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। विशेष रूप से पिछले कुछ वर्षों में चीन में चीनी हान लोगों के पारंपरिक जातीय कपड़े हानफू की लोकप्रियता में तेजी देखी गई है। गौरतलब है कि ह्वाचाउचे फेस्टिवल को फूल उत्सव के रूप में भी जाना जाता है, जो चीन में हान जाति के लोगों का एक पारंपरिक त्योहार है। यह उत्सव आम तौर पर वसंत के मौसम में मनाया जाता है, जिसके अवसर पर लोग फूलों और वसंत का आनंद लेने के लिए बाहर जाते हैं।
17-Apr-2025
युन्नान प्रांत में वाटर स्प्लैशिंग फ़ेस्टिवल की धूम

युन्नान प्रांत में वाटर स्प्लैशिंग फ़ेस्टिवल की धूम

हाल के दिनों में दक्षिण-पश्चिम चीन के युन्नान प्रांत में बसे दाई जातीय समूह के लोग साल का सबसे बड़ा त्यौहार यानी वाटर स्प्लैशिंग फेस्टिवल को धूमधाम से मना रहे हैं। इसमें लाखों लोगों ने हिस्सा लिया है। आपको बता दें कि हाल के वर्ष में दाई संस्कृति और स्थानीय पर्यटन विकास को बढ़ावा देने के लिए युन्नान प्रांत के कई शहरों में इस फेस्टिवल का आयोजन होता है। इस के अवसर पर और भी कई गतिविधियों का आयोजन किया जाता है, जिसमें स्थानीय व्यंजनों, हस्तशिल्प, धर्म और मनोरंजन के लोकप्रिय रूपों के बारे में बताया जाता है। गौरतलब है कि साल 2006 में इस फेस्टिवल को देश के राष्ट्रीय सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किया गया।
17-Apr-2025