12 वर्षों में फङ यान को 14 बार तिब्बत से निकलकर दूसरे स्थानों में काम करने के मौके मिले,जहां की परिस्थिति बेहतर थी।लेकिन उन्होंने इंकार किया। तिब्बत से निकलने का उन का मन नहीं है। उन्होंने हमें बताया:
"यहां पर मैं अपनापन महसूस करती हूं।मुझे और यहां के लोगों को एक दूसरे की जरुरत है।"
अब तक फङ यान नाछ्यु प्रिफैक्चर में 12 साल बीत चुकी है। उन्होंने कहा कि अगर शारीरिक स्थिति ठीक हो, तो यहां से छोड़कर दूसरे स्थल नहीं जाना चाहती।
अच्छा दोस्तो, अभी आप ने सुनी 12 सालों में जीव-वर्जित क्षेत्र में तिब्बती नागरिकों की सेवा करने वाली सैन्य महिला चिकित्सक फङ यान की कहानी। आज का यह कार्यक्रम यही समाप्त होता है। अब श्याओ थांग को आज्ञा दें, नमस्कार।