स्थानीय कल्याण संस्थान में फङ यान इस तरह की एक महिला है,जिनसे सभी बच्चे रोज़-रोज़ मिलना चाहते हैं।वर्ष 2003 से लेकर फङ यान ने कुल 11 बच्चों को वित्तीय सहायता दी है।9 वर्षीय छीयन वानमू उन बच्चों में से एक है।उसके लिए फङ यान मां जैसी हैं। छीयन वानमू के शब्दों में:
"मां किताबं वगैरह खरीदने और खेलने के लिये मुझे ले जाती हैं।हर शनिवार और रविवार ,जब उन्हें फुर्सत होती है, तब वे मुझ से मिलने आती हैं।"
चार साल पहले फङ यान ने छीयन वानमू को वित्तीय सहायता देना शुरु किया था। फुर्सरत होते ही वे उससे मिलने के लिये कल्याण संस्थान जाती हैं।वे छीयन को कभी निराश नहीं करती हैं। फङ यान ने कहा:
"यह बच्ची बहुत समझदार है।एक दिन कल्याण संस्थान के वॉर्डन ने मुझे फ़ोन करके बताया कि दूसरे बच्चों ने छीयन से पूछा कि क्या उसकी मां है।उसने कहा कि मेरी मां मर गयी।लेकिन बाद में उसने मुस्कराते हुए कहा कि अब मेरी और एक मां है, और वे मुझे बहुत प्यार करती हैं।छीयन ने बड़े गर्व के साथ यह बात कही।"