2008-08-24 21:46:39

पेइचिंग ऑलंपिक समाप्त

समापन समारोह में पेइचिंग मेयर क्वो चिन लुंग ने ऑलिंपिक झंडे को अंतरराष्ट्रीय ऑलिंपिक कमेटी के अध्यक्ष रोग्गे को दे दिया। फिर श्री रोग्गे ने इस झंडे को अगले ऑलिंपिक के मेजबान शहर लंदन के मेयर बॉरिस जौन्सन को सौंपा। यह इस बात का द्योतक है कि लंदन ने औपचारिक रूप से अगले ऑलिंपिक आयोजन का काम अपने हाथ में ले लिया है।

हजारों लोगों के निगाह पर 16 दिनों तक जल रही पवित्र मशाल अग्नि धीरे धीरे बुझती जा रही। पेइचिंग ऑलिंपिक सफलतापूर्वक समाप्त हो गया है।

                                       

पिछले 16 दिनों में पेइचिंग ऑलंपिक खेल समारोह ने कुल 302 स्वर्ण-पदक पैदा हुए हैं और अनेक विश्व रिकार्ड तथा ऑलंपिक रिकार्ड टूटे हैं ।

13 अगस्त को चीनी खिलाड़िन ल्यू छुन हुंग ने पेइचिंग ऑलंपिक खेल समारोह में 69 किलो वर्ग की महिला भारोतोलन प्रतियोगिता में स्वर्ण-पदक जीत कर लगातार पांच बार के विश्व रिकार्ड को तोड़ दिया ।

मैं 2004 एथेंस ऑलंपिक खेल समारोह में अतिम बार वजन नहीं उठा सकीं थीं , इस बार जब मैं अंतिम बार वजन उठाने में सफल हुई , तो मैं इतनी खुश थी कि मैं रो पड़ीं । मुझे लगता है कि पिछले सालों में मैं ने जो प्रयास किये हैं , वे बेकार नहीं गए ।

पेइचिंग ऑलंपिक खेल समारोह में बहुत से खिलाडियों ने भिन्न-भिन्न रिकार्ड कायम किये हैं । चेक खिलाड़िन एम्मोंस ने महिला दस मीटर एयर राइफल की प्रतियोगिता में ऑलंपिक रिकार्ड तोड़कर प्रथम ऑलंपिक स्वर्ण-पदक बटोरा। जिंबाबुवे की खिलाड़िन कोवेंट्री ने महिला दो सौ मीटर की बैकस्ट्रोक प्रतियोगिता में विश्व रिकार्ड तोड़ा और वे मौजूदा ऑलंपिक खेल समारोह में प्रथम अफ्रीकी तैराकी चैम्पियन बन गयीं । भारत के निशानेबाज बिंदरा ने दस मीटर एयर राइफल की प्रतियोगिता में भारत के लिये प्रथम स्वर्ण-पदक जीता । मंगोलिया के खिलाड़ी मैदान तुप्शिनबायार ने 100 किलो वर्ग की पुरुष जोडो प्रतियोगिता के फाइनल में चैम्पियनशिप जीतकर ऑलंपिक में मंगोलिया का स्वर्ण इतिहास रचा । मौजूदा ऑलंपिक में भाग लेने वाले देशों व क्षेत्रों ने कुछ न कुछ उपलब्धि प्राप्त की है । मेज़बान देश चीन के खिलाड़ियों ने मैच मैदान में भरसक कोशिशों के जरिये अनेक प्रतियोगिताओं में अभूतपूर्व प्रगति प्राप्त कर ली है , जिस से चीन प्रथम बार ऑलंपिक की स्वर्ण पदक तालिका में प्रथम स्थान पर रहा और ऑलंपियाड में चीन की हिस्सेदारी की सब से श्रेष्ठ उपलब्धि हासिल हुई है ।

एक ऑलंपिक स्वर्ण-पदक जिंदगी भर आप के साथ रहता है , अपने जीवन काल में आप ऑलंपिक स्वर्ण-पदक विजेता माने जाते हैं । मेरे लिये जन्म दिवस , क्रिसमस हर वर्ष मनाया जाता है , पर ऑलंपिक स्वर्ण-पदक विजेता बनने के लिये कई साल का इंतजार करना पड़ता है ।

यह बात अमरीकी तैराक फैलप्स ने अपना अनुभव बताते हुए कही । मौजूदा ऑलंपिक खेल समारोह में उन्हों ने 8 स्वर्ण-पदक अपनी झोली में भर लिये हैं । इस प्रकार वे एक ऐसे खिलाड़ी बन गये हैं , जिन्हों ने ऑलंपिक इतिहास में सब से ज्यादा स्वर्ण-पदक जीते हैं और एक ही ऑलंपिक में सब से अधिक स्वर्ण-पदक भी बटोरे हैं . उन का नाम सदा के लिये पेइचिंग ऑलंपिक से जुड़ा रहेगा ।

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