पंकजः हमारे क्लब के सदस्य कई तरह के काम करते हैं जैसे वो अपने क्षेत्र या फिर गांव देहात में जाकर ब्लड डोनेशन यानी रक्तदान कैम्प लगाते हैं। डॉक्टरों की टीम के साथ गांव-गांव जाकर लोगों को मुफ्त इलाज और दवाईयां देते हैं। और अपने पूरे अभियान की फोटो खींचकर हमें भेजते हैं इसके साथ कार्यक्रम का पूरा ब्यौरा भी देते हैं। बच्चों और महिलाओं के लिये सर्व शिक्षा अभियान भी चलाते हैं। क्लब बनाने के बाद समय समय पर ऐसे ही कुछ काम करके आप भी हमसे विशेष तौर पर जुड़ सकते हैं।
चंद्रिमाः आपके साथी अज़ीज़ अहमद जी ने भी चीन की संस्कृति, धर्म और सामाजिक पक्ष के बारे में जानने की जिज्ञासा दिखाई है। तो अज़ीज़ अहमद जी चीन की जानकारी जानने के लिये आपका स्वागत है। हम अपने कार्यालय से पत्रिका श्रोता वाटिका भेजते हैं, जो हम आपको भी भेजेंगे, जिससे आप हमारे माध्यम से चीन के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल कर सकें। ये बहुत अच्छी बात है कि आप लोग चीन के बारे में इतनी रुचि दिखा रहे हैं। आप दोनों मिलकर रेडियो लिस्नर्स क्लब की स्थापना कर सकते हैं और इससे पहले आप अपने क्लब का नाम सोचकर हमें लिखें साथ में सदस्यों के नाम भी भेजें। इसके बाद आप अपने क्लब के माध्यम से जो भी गतिविधि करें उसका ब्यौरा हमें लिख भेजें।
पंकजः अच्छा, दोस्तों, आज का कार्यक्रम यहीं तक समाप्त होता है। अगले हफ्ते हम ठीक इसी समय यहां फिर मिलेंगे।
चंद्रिमाः पर रेडियो मत बंद कीजिये, क्योंकि आगे के कार्यक्रम और ध्यानाकर्षक होगा। वह है हमारे संवाददाता अनिल भाई व एच.एन.बी. गढ़वाल यूनिवर्सिटी की प्रोफ़ेसर अन्नपूर्णा नौटियाल जी के बीच हुई एक बातचीत।
पंकजः अब पंकज और चंद्रिमा को आज्ञा दें, नमस्कार।
चंद्रिमाः नमस्कार।