चंद्रिमाः नमस्कार, दोस्तों, यह चाइना रेडियो इन्टरनेशनल है। मैं हूं आप की दोस्त, चंद्रिमा।
पंकजः और मैं हूं आप का दोस्त, पंकज। बहुत खुशी के साथ आज हम फिर मिल रहे हैं आपका पत्र मिला कार्यक्रम में।
चंद्रिमाः जी हां। मित्रों एक बार फिर हम आपके पसंदीदा कार्यक्रम आपका पत्र मिला में उपस्थित हैं। इस कार्यक्रम में हम देते हैं आपके ढेर सारे पत्रों के जवाब और हम अपने कुछ श्रोताओं की जिज्ञासा दूर करते हैं तो कुछ की शिकायतें।
पंकजः फिर भी आपके ढेर सारे पत्र ऐसे होते हैं जिन्हें हम समय के अभाव में अपने कार्यक्रम में ले नहीं पाते। आपके इस प्रेम और आदर का हम स्वागत करते हैं और शुरु करते हैं आज का कार्यक्रम।
चंद्रिमाः पंकज जी, क्या आप जानते हैं कि आज के कार्यक्रम में सबसे पहले हमें श्रोताओं को क्या कहना चाहिये।
पंकजः जी हां, मैं बिल्कुल जानता हूं।
चंद्रिमाः अच्छा, तो हम एक साथ बोलें।
पंकजः ठीक है।
चंद्रिमाः एक दो तीन।
दोनोः हैपी दीवाली।
पंकजः चंद्रिमा जी, हाल ही में सभी भारतीय लोग परंपरागत त्योहार दीवाली की खुशी में हैं।
चंद्रिमाः जी हां, मैं बिल्कुल जानती हूं। क्योंकि हमारे कई श्रोताओं ने हमें पत्र भेजकर यह बताया है। जैसेः गांव बीजराड़, तहसील चौहटन, जिला बाड़मेर, राजस्थान के कृपाराम कागा जी। उन्होंने हमें भेजे ई-मेल में यह लिखा है कि नमस्कार, मेरे प्यारे दोस्त सीआरआई, मैं आप का पुराना मित्र हूं। चीन की राजधानी पेइचिंग में आजकल लोग खुशियां मना रहे हैं, आजकल भारतीय दोस्त भी चीनियों से खूब दोस्ती करते हैं, आपको दीपावली की बधाई। ये त्यौहार प्रेम शांति और भाईचारे का है।
पंकजः नयी दिल्ली में स्थित हमारे मॉनिटर राम कुमार नीरज जी ने इस सुअवसर पर हमें ई-मेल भेजकर शुभकामनाएं दी कि समस्त सी आर आई परिवार को शुभ दीपावली। आप सब को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं। रोशनी और खुशी के इस पावन पर्व पर ईश्वर आपकी सारी मनोकामनाएँ पूरी करे और घर में सुख सम्पन्नता बरसाए। खूब पटाखे चलाइये, मिठाईयाँ खाईये और खुशियां मनाइये। शुभ दीपावली।