चंद्रिमाः हम केवल उन श्रोताओं को उपहार देते हैं, जो सक्रिय रूप से हमारे कार्यक्रम में शामिल रहते हैं या जिन्होंने हमारे द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में पुरस्कार प्राप्त किया हो, या फिर सी.आर.आई. के प्रसार-प्रचार में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो। अब हम रुख करते हैं अपने अगले श्रोता का इनका नाम है आर एन सिंह हरिवंश योगी। ये हमें पत्र लिखते हैं तिलहर, शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश से। इन्होंने अपने पूरे पत्र में हमारे सभी कार्यक्रमों का पूरा ब्यौरा दिया है। जिसमें इन्होंने क्रमबद्ध तौर पर लिखा है कि हर रोज़ ये हमारे सभी कार्यक्रम सुनते हैं तो उन कार्यक्रमों में हम क्या सुनाते हैं। मसलन शाम साढ़े 6 बजे समाचार के बाद पंकज और चंद्रिमा का पत्रोत्तर कार्यक्रम सुना।
पंकजः चंद्रिमा जी इन्होंने उन लोगों के नाम भी लिखे हैं जिनके पत्र हमने अपने कार्यक्रम में शामिल किया था जैसे बिहार से पी सी गुप्ता जी, सुरेश अग्रवाल और इसके बाद मेहर फज़ल अब्बास जी का फोन पर इंटर्व्यू जो कि पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के झंग क्षेत्र में रहते हैं। इन्होंने ये भी लिखा है कि झंग क्षेत्र जो है वो चिनाब और झेलम नदी के संगम पर बसा है और यहां पर हीर-रांझा रहते थे। इन्होंने पत्र तो बहुत लंबा चौड़ा लिखा है और समय के अभाव में हम इनका पूरा पत्र नहीं पढ़ पाएंगे। लेकिन अपने सभी श्रोताओं को ये ज़रूर बता दें कि हरिवंश योगी जी दस दिनों के पर्यटन के बाद घर वापस लौटे हैं। इन दस दिनों में हरिवंश योगी जी ने मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उड़ीसा के जगन्नाथ मंदिर, कोणार्क मंदिर यानी सूर्य मंदिर, कैमूर की पहाड़ियां, सतपुड़ा के पूर्वी छोर के पर्वतीय अंचलों की यात्रा की है। यानी पिछले दस दिनों तक पूरी सैर की है आपने श्रीमान जी।
चंद्रिमाः अगले दो पत्र हमारे पास आए हैं उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले से और इन पत्रों को भेजा है मुराद अहमद और अज़ीज़ अहमद जी ने। मुराद अहमद जी लिखते हैं कि कृपया हमें सीआरआई के हिन्दी कार्यक्रमों की जानकारी दीजिये और हमें अपना सदस्य बनाने की कृपा करें। तो मुराद जी हिन्दी कार्यक्रमों की जानकारी देने से पहले हम आपको बता दें कि पत्राचार के द्वारा भी आप हमारे सदस्य यानी मेंबर बन सकते हैं। इसके अलावा भी आप अपने क्षेत्र में क्लब बना सकते हैं जिसका नाम आप सोच लें और कुछ सदस्यों को भी अपने क्लब से जोड़ लें यहां पर क्लब के सदस्यों की संख्या पर कोई बंदिश नहीं है, आप कम से कम और ज्यादा से ज्यादा जितने चाहे लोगों को अपने क्लब का सदस्य बना सकते हैं और पत्र के द्वारा हमें अपने क्लब का नाम लिख भेजें साथ में क्लब के सभी सदस्यों का नाम भी लिखें।