पंकजः ठीक है। आज का पहला पत्र है कोडरमा झारखंड के हमारे श्रोता कुमार अनरित का। इस पत्र में उन्होंने यह लिखा है कि आदरणीय चंद्रिमा दीदी, नमस्कार। मैं सी.आर.आई. हिन्दी विभाग का नियमित श्रोता हूं। दिनांक 22 फ़रवरी वर्ष 2012 को तिब्बती पंचांग के अनुसार नये वर्ष का आरंभ होता है। इस से जुड़े कार्यक्रम सुनकर काफ़ी सुन्दर लगा। और यहां मैं सभी तिब्बती लोगों को नये साल की मुबारकबाद देता हूं।
चंद्रिमाः कुमार अनरित जी, हालांकि आप का पत्र ज़रा देर से हमारे पास पहुंचा है, पर हम चीन में सभी तिब्बती बंधुओं की ओर से आप को धन्यवाद देते हैं।
पंकजः उन्होंने आगे लिखा है कि दीदी, मैं सी.आर.आई. की 60वीं वर्षगांठ की ज्ञान प्रतियोगिता में तीसरा पुरस्कार विजेता रहा। दुख के साथ सूचित करना पड़ता है कि मुझे आज तक आप द्वारा भेजा पुरस्कार नहीं मिला। क्या यह पुरस्कार साधारण डाक या रेजिस्टर्ड डाक से भेजा गया है ?
चंद्रिमाः मेरी याद में क्योंकि उस प्रतियोगिता के विजेताओं की संख्या बहुत बड़ी है। और डाक बजट की कटौती से हर व्यक्ति को रेजिस्टर्ड डाक द्वारा पुरस्कार भेजना हमारे लिये संभव नहीं है। इसलिये हमने केवल पहला पुरस्कार रेजिस्टर्ड डाक द्वारा भेजा है।
पंकजः पर हमारे अनुभव के अनुसार चाहे वह पुरस्कार रेजिस्टर्ड डाक द्वारा भेजा गया है या नहीं, वह खोने की संभावना होगी। क्योंकि इस से पहले हर बार हम सभी पुरस्कार रेजिस्टर्ड डाक द्वारा भेजते थे, लेकिन कुछ श्रोताओं को स्थानीय डाक घर से उन्हें नहीं मिल पाया। यहां तक कि कुछ लोगों ने रेजिस्टर्ड नंबर को लेकर डाक घर से पूछा, पर कोई परिणाम नहीं मिला। यह सुनकर हमें भी बहुत दुख हुआ। इस साल सीमित बजट के कारण हम ने दूसरे और तीसरे पुरस्कार को रेजिस्टर्ड डाक द्वारा भेजना बंद कर दिया है।