चंद्रिमाः अगला ई-मेल है नयी दिल्ली स्थित हमारे मोनिटर राम कुमार नीरज जी का। पत्र के साथ-साथ उन्होंने कुछ सवाल भी पूछे। देखिये क्या?
विकासः ई-मेल में उन्होंने लिखा है कि आदरणीय प्रसारक महोदय, एक सफल प्रसारक होने की ढेरों बधाई स्वीकार करें। आपके तमाम कार्यक्रमों की सफलता आपको नित्य उंचाइयां प्रदान करें, इसकी हम कामना करते है। इस बार मैं अपने दो संक्षिप्त सवाल आपको प्रेषित कर रहा हूँ, उत्तर की प्रतीक्षा रहेगी। १.चीन की वह कौन सी पवित्र नदी मानी जाती है, जो भारत के गंगा से मिलती जुलती हो? और २.क्या चीन में भी भारत की तरह शादियों में धन का उपयोग बढ़ चढ़ कर होता है?
चंद्रिमाः चीन की मोर नदी भारत के गंगा का स्रोत मानी जाती है। वह चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में आली क्षेत्र के कैलाश मानसरोवर से आयी है। दूसरा सवाल ज़रा जटिल है। पुराने चीन में शादी के लिये धन का उपयोग बहुत महत्वपूर्ण है। और भारत के विपरीत चीन में शादी से जुड़ा सभी खर्च मुख्य तौर पर लड़के के घर द्वारा दिया जाता है। पर समय के बदलने के साथ युवाओं का विचार भी बदल रहा है। कुछ चीनी युवा धन के बिना भी शादी कर सकते हैं, ऐसी शादी नग्न शादी कहलाती है। और कुछ युवा अपना पैसा शादी के बाद हनीमून में यात्रा करने के लिये उपयोग करना चाहते हैं, इसलिये शायद वे धूमधाम से शादी नहीं करते।
विकासः विश्वास है कि राम कुमार नीरज जी इस जवाब से संतुष्ट होंगे। और साथ ही हम चंद्रिमा जी को इतनी ठोस जानकारियां देने के लिये धन्यवाद देते हैं।