विकासः अगला पत्र बक्सर बिहार के नीलेश कुमार सिंह का। इस में उन्होंने हमारे कई कार्यक्रमों की चर्चा की। न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम की चर्चा में उन्होंने यह लिखा है कि इस कार्यक्रम में चीनी गृहणी के बारे में एवं चीनी महिला अंगरक्षक के बारे में अच्छी जानकारी मिली। इस के लिये दीदी हेमा कृपलानी को बहुत बहुत धन्यवाद। और हेमा दीदी द्वारा दी गयी चीनी लड़की मंग के बारे में जानकारी बहुत ही रोचक लगी, दिल को छू गई। जहां दुनिया स्वार्थी, कामचोर हो रही है, वही मंग ने अपनी पहचान बनाई है। आज हर परिवार को मंग जैसी लड़की की ज़रूरत है, भगवान मंग को साहस एवं धैर्य दे तथा स्वस्थ एवं लंबी उम्र दे, यह मेरी कामना है। मैं मंग के लिये एक कविता लिखा हूं, आशा है आप सभी हिन्दी विभाग के भैया दीदी को पसंद आएगा।
चंद्रिमाः नीलेश जी, आप की कविता बहुत अच्छी है। हम न सिर्फ़ यह कविता हिन्दी सेवा के सदस्यों के साथ बल्कि हमारे सभी श्रोताओं के साथ बांटना चाहते हैं। कविता का नाम है ओ मंग बहन। यह कविता ऐसी हैः तू गंगा की तरह निर्मल, बहता तुझमें स्नेह सदा। तू सीता की तरह धैर्यवान, तू त्याग, साहस की मूर्ति। तू इंसान में भगवान हो, उतरी हो स्वर्ग से तू धरा पर। प्यार बांटने के लिये, रग-रग में भरा है प्यार तेरे। तू धैर्यवान, तू करुणामयी, तू साक्षात देवी हो, नमन तुझे शत-शत मेरा। ओ मंग बहन, मिले हर परिवार को। तुम्हारी जैसी बहन, हो जाएगी स्वर्ग ये धरती। दुनिया का हर घर आंगन, हो जाएगा धन्य। तुम्हारी जैसी पाकर बहन, तुम जीओ हजारों साल। तुम खुश रहो हमेशा, हंसते रहो मुस्कुराते रहो, हमेशा-हमेशा कलियों की तरह।
विकासः वाह, बहुत अच्छी कविता है। खास बात यह है कि यह कविता हमारे कार्यक्रम से जुड़ा हुआ है, जो बहुत प्रशंसनीय है। आशा है भविष्य में नीलेश भाई हमें और कुछ अच्छी कविताएं भेज सकेंगे। चंद्रिमा जी, अब मेरे पास भी एक कविता है, जो बाड़मेर, राजस्थान के हमारे श्रोता कृपाराम कागा द्वारा लिखा गया है। अपने पत्र में उन्होंने यह लिखा है कि मैं आपका नियमित श्रोता व पाठक हूं। आपको भारत के स्वतंत्रता दिवस पर आपको बधाई। आपकी वेबसाइट के लेख बहुत सुन्दर हैं। मैंने आपको एक कविता भेजा है। आशा है जरूर शामिल करेंगे। यह कविता इस तरह हैः हमेशा हमेशा सदा के लिए दोस्त बने रहे सपने देखे नए कल के, आशा की राह चले अंबर में उड़ते पंक्षी की तरह जिएँ बेरोकटोक, आज के लिए कहे सने रेडियो चाइना रेडियो इटरनेशनल इक दूजे पर भरोसे की खुशी हमेशा बना रहे आज के लिए कहे सुने रेडियो चाइना रेडियो इटरनैशनल।