2008-08-08 22:05:07

पेइचिंग ओलंपिक का विशेष कार्यक्रम

6 अगस्त को 29 वें ओलंपिक मशाल की अग्नि पांच महाद्वीपों के 19 शहरों, चीन के भीतरी इलाके के 30 प्रांतों, स्वायत्त प्रदेशों व केन्द्र शासित शहरों एवं हांगकांग व मकाओ में हस्तांरित होने के बाद अंत में ओलंपिक आयोजन स्थल –चीन की राजधानी पेइचिंग में वापस लौटी । आज रात , मशाल के अंतिम धारक द्वारा पेइचिंग राष्ट्रीय स्टेडियम –बर्डस् नेस्ट में खड़े मुख्य मशाल टावर को प्रज्ज्वलित किये जाने के बाद पेइचिंग ओलंपिक मशाल की रिले की दौड़ इतिहास में सब से लम्बे समय , सब से व्यापक क्षेत्रों और सब से अधिक धावकों के हाथों से पूरी सफलता के साथ पूरी हो गयी है ।

सात साल पहले, अन्तरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी ने पेइचिंग के आवेदन की जांच आकलन की रिपोर्ट में एक विशिष्ट और अभूतपूर्व समीक्षा की यानी पेइचिंग ओलंपिक के आयोजन से चीन और विश्व के खेल आंदोलन को एक बेजोड़ विरासत बना कर प्रदान करेगा । सात साल बाद , पेइचिंग ने अपने प्रयासों से यह साबित कर दिखाया है कि पेइचिंग ओलंपिक के हरित ओलंपिक , वैज्ञानिक ओलंपिक तथा मानवीय आलंपिक अवधारणा निश्चय ही चीन और विश्व के खेल कार्य को एक बेजोड़ विरासत प्रदान कर सकेगी ।

यह शुभंकर फुवा इंग इंग के वर्णन में तैयार एक संगीत है। इंग इंग एक प्रफुल्ल, चतुर व हवा से बात करते चौकड़ी भरने वाली तिब्बती नील गाय का चंचल रूप है। चीन के एक विशेष संरक्षित जानवर के नाते इंग इंग हरित ओलम्पिक के प्रतीक में चुना गया । हरित ओलम्पिक लक्ष्य को साकार करने के लिए पेइचिंग ने दुनिया के आगे संजीदा वचन दिया था कि हरित ओलम्पिक पेइचिंग ओलम्पिक की निश्चित तीन विचारधारा का एक होते हुए , उसे मैच के पहले, मैच के दौरान व मैच के बाद भी हमेशा के लिए सुरक्षित रखा जाएगा।

पेइचिंग के उत्तरी भाग में एक विशाल स्वच्छ हरित क्षेत्र है, वह है ओलम्पिक वन्य उद्यान है। ओलम्पिक के दौरान, तीरन्दाजी, टेनिस व हौकी के मैच इस उद्यान के दक्षिण क्षेत्र में आयोजित किये जाएगे।

ओलम्पिक वन्य उद्यान की सैर करते समय आप को लगेगा मानो आप एक जल-पहाड़ से सुसज्जित सुन्दर दुनिया में आ गए हों । उद्यान का कुल क्षेत्रफल 680 हैक्टर है, जो चीन के सबसे मशहूर शाही उद्यान ग्रीष्म पैलेस व युनमिनयुन दोनों के कुल क्षेत्रफल से भी अधिक बड़ा है। वन्य उद्यान निर्माण व प्रबंधन कमेटी के उप महा प्रबंधक थांग थुंग ने जानकारी देते हुए कहा कि वन्य उद्यान की कृत्रिम झीलें व विशाल नम भूमि शहर की गर्मी को कम करने, कर्कश ध्वनि को घटाने व निवासियों के लिए ताजा व मनोहर वातावरण तैयार करने के लिए बहुत ही हितकारी होंगी।

वन्य उद्यान में उगाए गए पेड़ पौधों व वनस्पितयों की कुल मात्रा 5 लाख 40 हजार है, इसलिए वह हरित पारिस्थितिकीगत वनस्पतियों की मात्रा से भरपूर स्थल है।

पेइचिंग एक जल अभाव वाला शहर है, जल किफायत व जल का चक्रीय रूप से इस्तेमाल करना पेइचिंग ओलम्पिक स्टेडियमों के निर्माण में सबसे अहम मुद्दा है। प्राकृतिक वर्षा के पानी को एकत्र व गन्दे पानी का निपटारा कर उसका पुनरूपयोग करने आदि की तकनीकों के इस्तेमाल से पेइचिंग स्टेडियमों में हर साल वर्षा पानी की समग्र प्रयोग दर 80 प्रतिशत से अधिक होगी । इस के अलावा, सौलर ऊर्जा, वायु ऊर्जा व भूमिगत ताप ऊर्जा आदि हरित ऊर्जा तकनीकों का प्रयोग करने से स्टेडियमों के हरित ऊर्जा की सप्लाई दर 26 प्रतिशत से ऊंची है, जो दुनिया में सौलर ऊर्जा से सबसे ज्यादा बिजली उत्पन्न करने वाला इमारत समूह माना जाता है।

वर्ष 2007 के अन्त तक पेइचिंग की हरियाली दर 43 प्रतिशत व पहाड़ों पर वृक्षों से ढका हरा भरा क्षेत्रफल 70.49 प्रतिशत हो गया है , पूरे शहर में 20 प्राकृतिक संरक्षण क्षेत्रों की स्थापना की जा चुकी हैं, जो पूरे शहर के कुल क्षेत्रफल का 8.18 प्रतिशत बनता है। पेइचिंग ने ओलम्पिक आवेदन के समय अपनी रिपोर्ट में हरित उद्यान का निर्माण करने के अपने वचन व लक्ष्य को बखूबी अंजाम दिया है।

श्रोताओ, अभी आप ने पेइचिंग वन्य हरियाली ब्यूरो के प्रधान तुंग रूए लुंग से संक्षिप्त परिचय सुना । उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि 2001 में पेइचिंग ओलम्पिक के आयोजन का हक पाने के बाद, पेइचिंग ने पर्यावरण संरक्षण पहलुओं में कुल 1 खरब 40 अरब य्वान की धनराशि डाली है। सात साल के कठोर प्रयासों ने पेइचिंग ओलम्पिक आवेदन कमेटी द्वारा पर्यावरण सुधार पर दिए अपने वचन को पूरी तरह निभाया है।

इस के अतिरिक्त, पेइचिंग ने वायु गुणवत्ता सुधार की शक्ति को प्रगाढ़ किया है और भारी तादादा में प्रदूषण पैदा करने वाले उद्योगों को पेइचिंग से बाहर स्थानांतरित करने के साथ अन्य कुछ उद्योगों को बन्द या उनमें तकनीकी सुधार करने आदि कार्यवाहियां अपनायी है। इधर के सालों में पेइचिंग ने 10 हजार से अधिक पुरानी टैक्सियों व बसों को हटा कर उनकी जगह ऊर्जा किफायत व पर्यावरण संरक्षण वाहन चलाया है।

इधर के सालों के अथक प्रयासों पर पेइचिंग को अनेक पक्षों की मान्यता प्राप्त होने के साथ भूरि भूरि प्रशंसा भी मिली है। चीन स्थित तांजानीया के राजदूत ओमार माफूली ने कहा: वर्तमान पेइचिंग की वायु गुणवत्ता में भारी परिवर्तन आया है, इस का श्रेय चीन सरकार की वायु गुणवत्ता सुधार की कार्यवाहियों को सुनिश्चित करने की सफल नीति को जाता है। जब मैं विमान से पेइचिंग उतरा तो मैने हवाई अड्डे के चारों तरफ व शहर में प्रवेश करने की सड़कों के दोनों किनारे भरमार हरियाली छायी देखी, जिस से दिल को बड़ी खुशी मिलती है, पेइचिंग में हरे भरे क्षेत्रों का दिनोंदिन विस्तार हो रहा हैं।

तिब्बती नील गाय यानी इंग इंग की प्रफुल्ल व चंचल अदा व उसकी वायु से बात करने वाली ऊंची चौकड़ी ने दुनिया के अज्ञात भविष्य की खोज करने की इंग इंग की बहादुरी को बड़े बेहतरीन रूप से दर्शाया है, अन्ततः इंग इंग पेइचिंग ओलम्पकि की तीन विचारधाराओं में से एक, विज्ञान तकनीक ओलम्पिक भावना का प्रतिनिधित्व करती है।

8 मई को पेइचिंग ओलम्पिक पवित्र मशाल सफलतापूर्वक चुमलांगमा की पर्वत चोटी पर आरोहित हुआ । मंगल बादल के नाम वाली ओलम्पिक मशाल के चुमलांगमा चोटी में प्रज्ज्वलित होने की इस महत्वपूर्ण घड़ी में उसने न केवल खिलाड़ियों की हिम्मत व हौसले को उजागर किया है बल्कि विज्ञान-तकनीक ने ओलम्पिक के लिए जो अभूतपूर्व नवीन दृश्य दर्शाया है उसने लोगों के मन को पूरी तरह जीत लिया है। मंगल बादल नामक ओलम्पिक मशाल ,चुमलांगमा की चोटी के निम्नतम तापमान, निम्नतम वायु दबाव व भीषण हवा के मुकाबले में खरी उतरी ही नहीं ओलम्पिक की पवित्र ज्योति को दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर बराबर प्रज्ज्वलित रही । अलबत्ता इस करिश्मे के पीछे चीनी विज्ञान व तकनीकी कर्ताओं की कठिन मेहनत का महान दान है।चीन के अंतरिक्ष विज्ञान उद्योग समूह ने इस के लिए विशेष तौर से चुमलांगमा पर मशाल रिले का एक अनंसधान विभाग स्थापित किया था। अनुसंधान व विकास विभाग के उप प्रमुख डिजाइनर साओ वन छिंग ने इस कठिन काम का सिंहावलोकन करते हुए कहा: इस अनुसंधान परियोजना को हमने जीरो से शुरू किया था। समुद्रसतह से 8000 से अधिक मीटर की इतनी उंचाई के अति वायु दबाव की स्थिति में मशाल की अग्नि को एक लम्बे समय तक प्रज्ज्वलित रहने तथा उसकी ज्योति में सौन्दर्यता कायम रखने के साथ हवा में फहराने व उसके अग्नि रंग को कैमरे में उतारा जाना, वाकई हमारे लिए एक अभूतपूर्व चुनौती थी। तो भी दो साल के समय में हमारे तकनीक कर्ताओं की कड़ी मेहनत अथवा अनेकों परीक्षण के बूते, हमने अपने अनुसंधान में बराबर सुधार किया , नयी नयी सफलता हासिल की , आखिरकार हम ऐसे ओलम्पिक मशाल की पवित्र ज्योति बनाने में सफल हो गए।

वास्तव में ओलम्पिक की तैयारी के पूरे दौर में , चीन ने एक के बाद एक विज्ञान तकनीकी करिश्म दिखाया है। ओलम्पिक राष्ट्रीय स्टेडियम बर्डस् नेस्ट ने अपने निर्माण में अनेक विश्व अव्वल मुद्दे हासिल किये हैं, इतने बड़े आकार वाले स्टेडियम में इतना ज्यादा इस्पात का प्रयोग, इतनी उंची तकनीक को बखूबी अंजाम देना, और तो और इतने बड़े पैमाने वाले स्टेडियम ढांचे की जटिलता व अभूतपूर्व कठिन निर्माण को समय से पहले पूरा करना, अतएव विश्व की अव्वल पंक्ति में खड़े होने वाला एक जीता जागता सबूत है। राष्ट्रीय स्टेडियम इंजीनीयरिंग के प्रमुख निर्देशक थांग श्याओ छुन ने कहा: बर्डस् नेस्ट के इस्पाती ढांचे को एक साथ जोड़ने की वेल्डिंग की कुल लम्बाई ही 320 किलोमीटर है। 1100 बेल्डिंग तकनीशीयनों ने एक साल तीन महीने के कठोर निर्माण में चीन की वास्तुकला के इतिहास में एक अनूठा करिश्मा कर दिखाया है।

यह है फुवा चिंगचिंग के वर्णन में तैयार संगीत का एक अंश है । फुवा चिंगचिंग एक मासूम प्यारा प्यारा पांडा है । जहां भी वह पहुंचा , वहां लोगों को खुशी और आनंद मुहैया करता है । पांडा को इसलिए फुवा के रूप में चुना गया , क्योंकि चीनी लोग ओलंपिक के दौरान भारी उत्साह और प्रसन्नता प्रदर्शित करती है और अपने ठोस व्यवहार से मानवीय ओलंपिक की अवधारणा उजागर करती है ।

27 जुलाई की सुबह पेइचिंग ओलंपिक गांव खुला । मौके पर आयोजित रस्म में ओलंपिक गांव के प्रधान , चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थाई कमेटी के उपाध्यक्ष सुश्री छन ची ली ने कहाः मानवीय महत्व पर प्राथमिता देना ओलंपिक गांव के निर्माण का केन्द्रीय सोच विचार है । हम बारीकी तौर पर विभिन्न संस्कृतियों व धार्मिक आस्था रखने वाले लोगों का ख्याल रखते हैं और हमें आशा है कि वे यहां की सुविधाएं पसंद करेंगे ।

ओलंपिक गांव ओलंपिक पार्क में स्थित है , जो बर्डस् नेस्ट से बहुत नजदीक है । इस के अन्तरराष्ट्रीय क्षेत्र , आवास क्षेत्र और संचालन क्षेत्र तीन भाग बंटे हैं जिन में चीनी तत्वों का डिजाइन हुआ है । ओलंपिक गांव के उप प्रधान सुश्री तङ याफिंग ने कहाः विभिन्न देशों के खिलाड़ियों को चीन की संस्कृति को अच्छी तरह समझने देने के लिए गांव में चीनी चाय दुकान खुली है , जहां चाय बनाने का प्रदर्शन होता है , चीनी हस्तशिल्प केन्द्र में पतंग, कागज कटिंग , कसीदा आदि चीनी परम्परागत शिल्प प्रदर्शित होता है ।

ओलंपिक गांव में अन्तरराष्ट्रीय क्षेत्र में विदेशी खिलाड़ियों को अन्तरराष्ट्रीकृत सेवाएं उपलब्ध हैं । पत्र पत्रिका स्टाल पर विभिन्न देशों की पत्र पत्रिकाएं और पुस्तकें मिलती हैं।

विदेशी मीडिया की सुविधा के लिए ओलंपिक आयोजक ने तकनीकी मदद देने और जीवन की गारंटी करने की भरसक कोशिश की । ओलंपिक संचालन विभाग के प्रधान सुन वी चा ने उदाहरण देते हुए मीडिया बस सेवा की चर्चा कीः ओलंपिक के दौरान हम ने ओलंपिक इतिहास में प्रथम मीडिया बस यातायात व्यवस्था के तहत बंद क्षेत्र से बंद क्षेत्र तक की सुरक्षा जांच की पद्धति अपनायी , जिस से पत्रकारों के सामानों की सिर्फ एक बार जांच करना काफी है । जिस से उन्हें बड़ी सुविधा मिलेगी ।

विदेशी मित्रों को चीनी संस्कृति में बड़ी रूचि है , वास्तव में शुभंकर फुवा के डिजाइन में चीनी राष्ट्र की विशिष्ट और अद्भुत मानवीय व सांस्कृतिक तत्व सम्मिलित है । चीनी ललित कला टिप्पणीकार श्री श्वु त्यान चुंग ने कहाः फुवा मैत्री और जीवन शक्ति से ओतप्रोत जीवंट तस्वीर है जिस में राष्ट्रीय संस्कृति के अलावा ओलंपिक संस्कृति का सांस्कृतिक भाव गर्भित है ।

फुवा चिंगचिंग प्यारा प्यारा और मासूम लगता है और प्रफुल्ल शक्ति से भी भरपूर्ण है । वह बहादुर और उत्साहजनक है ।

फूवा पेइ पेइ एक छोटी कार्प मछली है । चीनी परंपरागत संस्कृति में मछली और पानी का चित्र समृद्धि व फसल का प्रतीक है ।पेइचिंग ऑलंपिक की मेजबानी मिलने के बाद अब तक सात साल हो चुका है । इस दौरान ऑलंपिक की तैयारी सचमुच सपना पूरा करने व फलस काटने की प्रक्रिया है ।


1 2 3 4