स्वर्ग मंदिर के प्रमुख परिदृश्य
फ़सल प्रार्थना भवन
फ़सल प्रार्थना भवन स्वर्ग मंदिर के उत्तरी भाग में स्थित है, जिस का पुराना नाम था ताछी भवन या ताश्यांग भवन। उस का निर्माण मिंग राजवंश के सम्राट योंग ल के 18वें वर्ष(सन् 1420) में शुरू हुआ था, जो स्वर्ग मंदिर की सब से पुरानी इमारत है।
हर साल सम्राट फ़सल प्रार्थना भवन में स्वर्ग की पूजा करने की रस्म आयोजित करते थे और अच्छा मौसम और अच्छी फ़सल की प्रार्थना करते थे। फ़सल प्रार्थना भवन गोलाकार है, जिस का शिलाधार फ़सल प्रार्थना वेदी है और भवन की छत पर गहरे नीले रंग की ग्लेज्ड खपरैल ढ़की हुई हैं। नीली खपरैल नीले रंग वाले आसमान का द्योतक है।
जब पर्यटक फ़सल प्रार्थना भवन के द्वार से बाहर निकले और दक्षिण की ओर देखे, तो आंखों के सामने एक लम्बा सीधा गलियारा दक्षिण के सीध में बढ़ता बिछता दिखाई देता है। लम्बे गलियारे में न जाने कितने द्वार व गैलरी नजर में आते रहते हैं, और दूर दूर चलते चलते बड़े से छोटा सा दृष्टिगोचर आते हैं और अंत में तो ऐसा लगता है कि मानों वे आसमान से टपक कर नीचे जमीन पर आते हों। फ़्रांस के एक वास्तुकला विशेषज्ञ ने स्वर्ग मंदिर का दौरा करने के बाद कहा, हालांकि गगनचुबी इमारत फ़सल प्रार्थना भवन से कहीं अधिक ऊंची है, फिर भी वह फ़सल प्रार्थना भवन की जैसी कलात्मक ऊंचाई पर नहीं पहुंच सकती और उस का उतना आलीशान व गहन वातावरण भी नहीं बना सकती।