शेर नृत्य
शेर नृत्य चीन की एक श्रेष्ठ लोक कला है। य्वान श्याओ उत्सव या मेला समारोह में चीनी लोग अक्सर सिंह नृत्य करते हैं। यह रीति त्रिराज्य काल से शुरू हुई थी और उत्तर व दक्षिण राजकाल से प्रचलित हो गयी, जिस का एक हज़ार से ज़्यादा वर्षों का इतिहास है।
शेर शुभ सूचक जानवर माना जाता है, लोग मानते हैं कि शेर नृत्य से सौभाग्य पैदा होगा। इस तरह त्योहार व मुहुर्त के दिन या सभा समारोह के वक्त आनंद व उत्साह बढ़ाने के उद्देश्य में शेर नृत्य का आयोजन ज़रूर होता है।
आम तौर पर शेर नृत्य तीन आदमियों द्वारा किया जाता है। दो आदमी शेर के रूप में नाचते हैं, जिन में से एक शेर का सिर और दूसरा शेर का शरीर व पांव बनता है। बाकी एक आदमी शेर से खेलता है। शेर नृत्य के दो तरीके होते हैं। "वन शी"नृत्य में शेर की आज्ञा पालन की विशेषता जाहिर होती है, इस प्रकार के नृत्य में शेर बाल हिलाता और ज़मीन पर लुढ़कता आदि एक्शन शामिल है। जबकि"वू शी"नृत्य में शेर की क्रूरता व ताकत प्रतिबिंबित होती है, जिस में कूदने-फांदने और रंगीन बॉल पकड़ने के एक्शन होते हैं।