रंगीन कंडील लगाने की प्रथा
रंगीन लालटेन का दूसरा नाम है"रंगीन कंडील"। वसंतोत्सव एवं य्वान श्याओ उत्सव के खुशगवार दिनों में चीन के शहरों व गांवों में घर घर में कंडील लगाने की प्रथा है।
य्वान श्याओ उत्सव में नाना प्रकार के कंडील बनाए जाते हैं। मिसाल के लिए ड्रैगन कंडील, बाघ कंडील एवं खरगोश कंडील जैसे जानवरनुमा लालटेन हैं, बैल पालक एवं मेघ बुनाई परी की प्रेम कहानी और संतानी भक्ति की 24 कहानियों आदि लोक कथाओं के आधार पर बनाये गये लालटेन हैं, निष्ठा व ईमानदारी जैसी राष्ट्रीय भावना को अभिव्यक्त करने वाले लालटेन इत्यादि। रंगबिरंगे कंडीलों में कारीगरों की बुद्धिमत्ता व तकनीक क्षमता जाहिर की जाती है।
युग के विकास के साथ साथ य्वान श्याओ लालटेन उत्सव निरंतर बड़े पैमाने पर धूमधाम से मनाया जाता आया है, जिस की राष्ट्रीय विशेषता भी गहरी होती चली जाती है। और तो और लालटेन उत्सव मनाने का समय भी बढ़ता जा रहा है। थांग राजवंश में केवल तीन दिनों के लिए मनाया जाता था, जबकि सुंग राजवंश में पांच दिनों और मिंग राजवंश में पूरे दस दिनों के लिए मनाया जाता था।