य्वान श्याओ उत्सव की दंतकथा
य्वान श्याओ लड़की
यह दंतकथा य्वान श्याओ खाने की प्रथा से संबंधित है। य्वान श्याओ एक प्रकार का चीनी परंपरागत पकवान है जो य्वान श्याओ उत्सव के समय खाया जाता है। कहा जाता था कि सम्राट हान वू ती के दरबार में तुंग फ़ांगश्वो नामक एक मंत्री था। वह दयालु व विनोदप्रिय था। एक साल सर्दियों के मौसम में कई दिनों तक भारी बर्फ़बारी हुई। हान वू ती के लिए चमेली के फूल तोड़ने के लिए तुंग फ़ांगश्वो शाही उद्यान में गया। लेकिन जब वह पार्क में प्रवेश गया, तो देखा कि राजमहल की एक दासी रोती हुई कुआं में कूदना चाहती थी। इसे देखकर तुंग फ़ांगश्वो ने तुरंत आगे बढ़कर उसे आत्महत्या से रोका और कारण पूछा। वास्तव में इस दासी का नाम था य्वान श्याओ, उस के घर में माता-पिता एवं एक छोटी बहन थे। उस के महल में आने के बाद परिवारजनों से मिलने का फिर मौका कभी नहीं मिला। इसलिए हर साल वसंत की ऋतु आने के समय उसे अपने परिवारजनों की खास याद आती थी। उसे लगा था कि यदि अपने माता-पिता की देखभाल नहीं कर पाती, तो मरना ठीक होगा। उस की कहानी सुनकर तुंग फ़ांगश्वो ने सहानुभूति प्रकट की और उसे वचन दिया था कि वह जरूर कोई उपाय सोच निकालेगा, ताकि वह अपने परिवारजनों से मिल सके।
एक दिन, तुंग फ़ांगश्वो ने राज महल के बाहर जाकर छांग आन सड़क पर शकुन निकालने का स्टॉल खोला। बहुत से लोगों ने उससे भाग्य पूछा। लेकिन सभी लोगों को जो शकुन मिला था जिसमें एक समान वाक्य देखने को मिला था यानी जंग य्ये माह की 16 तारीख को आग से अनिष्ट होगा। तुरंत पूरे छांग आन शहर के लोगों में घबराहट मची। लोगों ने अग्निकांड से बचाने के तरीके के बारे में पूछा, तो तुंग फ़ांगश्वो ने कहा,"जंग य्ये माह की 15वीं तारीख की शाम को आग देवता एक परी को धरती पर भेजेगा। वह छांग आन को जलाने की दूत है। मैं तुम लोगों को एक मंत्र बताऊंगा। तुम लोग उसे लेकर सम्राट से उपाय खोजने का अनुरोध कर सकते हैं।"यह कहने के बाद वह एक लाल काग़ज़ फेंक करके चला गया। आम नागरिकों ने लाल काग़ज़ को उठाकर तुरंत राजमहल में जाकर इस के बारे में रिपोर्ट दी।