पंकजः शिवाजी चौक, कटनी, मध्य प्रदेश के जिला रेडियो श्रोता संघ के अध्यक्ष अनिल ताम्रकार ने हमें भेजे पत्र में यह लिखा है कि नूतन वर्ष के मौके पर आप का पत्र मिला कार्यक्रम के दौरान कुछ श्रोताओं से नूतन वर्ष पर श्रोताओं के विचार कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न श्रोताओं से फ़ोन पर किये गए वार्तालाप का प्रसारण, जिस अंदाज में किया गया, और सभी श्रोताओं के अनुभवों को जिस अंदाज में बताया गया, दिल को छू गया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत मेरी मुलाकात का भी प्रसारण किया गया। इस के लिये मैं रेडियो चाइना हिन्दी सेवा परिवार का हृदय से आभारी हूं। अनिल जी, धन्यवाद देने की कोई बात नहीं है। हम अपने सभी श्रोताओं को खुशी दें यह तो हमारा कर्तव्य है। और हमें भी इस से आनंद मिलता है।
चंद्रिमाः मऊनाथ भंजन, उत्तर प्रदेश के फ़ैनेंस डी.डब्यू. रेडियो क्लब के अध्यक्ष फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ ने अपने पत्र में यह लिखा है कि प्रिय महोदय नमस्ते। आशा कि आप लोग कुशल मंगल होंगे। आप को जानकर हर्ष होगा कि हम लोग सी.आर.आई. के प्रसारित तमाम कार्यक्रमों को बड़े चाव और लगन से सुनते हैं। और कार्यक्रम को और दिलचस्प बनाने के लिये अपने सुझाव से अवगत कराते रहते हैं। फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ साहब, हमारा कार्यक्रम सुनने के लिये आपका बहुत बहुत शुक्रिया और आशा है कि आप और आपके क्लब के सभी सदस्यों को भी हमारा कार्यक्रम बहुत अच्छा लगता होगा।
पंकजः उन्होंने आगे लिखा है कि हमें आप के तमाम कार्यक्रम पसंद आते हैं। जैसेः सी.आर.आई. का विश्व समाचार, खेल जगत, आप का पत्र मिला, आप की पसंद, खुशी है कि आज खेल जगत सुना, आज के कार्यक्रम में मो.शाहिद आज़मी से खेलकूद के बारे में वार्ता सुनने को मिली। काफ़ी अच्छी लगी। इसी तरह से बारी बारी श्रोताओं से बातचीत करवाते रहेंगे। फ़ैज़ भाई, आप को हमारे कार्यक्रम का समर्थन देने के लिये बहुत बहुत धन्यवाद। हम ज़रूर आप की इच्छा खेल जगत के उदघोषक वेइतुङ भाई को बताएंगे।
चंद्रिमाः श्रोता दोस्तों, अब मुझे तिब्बत सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता की चर्चा करना पड़ेगा, और यहां हम विशेष तौर पर हुगली, पश्चिम बंगाल के न्यू होराइजन रेडियो लिस्नर्स क्लब के सभी सदस्यों को धन्यवाद देते हैं। क्योंकि उन्होंने बहुत सक्रिय रूप से इस प्रतियोगिता में भाग लिया। इस क्लब के अध्यक्ष रविशंकर बसु जी ने इस प्रतियोगिता पर हमें एक बहुत सुन्दर एल्बम भेजा है। इसमें तिब्बत के सुन्दर फ़ोटो के साथ साथ प्रतियोगिता के उत्तर और तिब्बत के बारे में उनका विचार जैसे विषय शामिल हैं। यह एल्बम इतना सुन्दर है कि हमारे दफ्तर के सभी लोगों ने इसे देखकर इसकी खूब प्रशंसा की। बहुत बहुत धन्वयाद, रविशंकर बसु जी।