पंकजः मऊ नाथ भंजन, उत्तर प्रदेश के चैंपियन रेडियो क्लब के सलमान अहमद अंसारी जी ने हमें भेजे पत्र में यह लिखा है कि खुशी है कि आप का पत्र मिला कार्यक्रम में दीपक कुमार दास, चुन्नीलाल कैवर्ट, और अन्य श्रोताओं के सवालों के जवाब दिये। काफ़ी अच्छा लगा। मगर खेद की बात है कि तमाम श्रोता सवाल जवाब में भाग नहीं ले सकते। क्योंकि मोबाइल का सिलसिला शुरू हो गया है। पहले का सवाल जवाब कार्यक्रम खत्म हो गया है, उसे फिर शुरू किया जाए। सलमान जी, क्योंकि आजकल श्रोताओं के पत्रों में सवाल कम हैं, इसलिये हमने सवाल जवाब कार्यक्रम खत्म कर दिया, पर आप का पत्र मिला कार्यक्रम में जब हम श्रोताओं के पत्र पढ़ते हैं, तो उनके द्वारा पूछे गये सवालों का जवाब भी हम देते हैं। और कार्यक्रम के नये तरीके ढ़ूंढ़ने के लिये हमने आप की आवाज़ ऑन लाइन कार्यक्रम शुरु किया, इसी कार्यक्रम में श्रोता फ़ोन पर सीधे से प्रश्न भी पूछ सकते हैं। और हमारे उदघोषक ज़रूर उनके सवालों का जवाब देने की कोशिश करेंगे। आशा है कि आप हमारे इस सुझाव पर संतुष्ट होंगे।
चंद्रिमाः इस पत्र में सलमान अहमद अंसारी जी, तथा उन के साथी अदनान अहमद अन्सारी, इमरान अहमद अंसारी, अरमान अहमद अंसारी व फरमान अहमद अंसारी ने दो सवाल भी पूछे कि चीन की सब से बड़ी नदी का नाम क्या है?और चीन के किस शहर में गौतम बुद्ध की सब से बड़ी स्मारक प्राप्त है?अब मैं एक एक करके बताऊंगी। चीन में सब से बड़ी व लंबी नदी तो यांगत्सी नदी है। वह चीन के छिङहाए प्रांत से शुरू होकर तिब्बत, सिछ्वान, यूनान, छुङछिन, हूपेई, हूनान, च्यांगशी, आनह्वेई, च्यांगसू व शांगहाए आदि ग्यारह प्रांतों, कैंद्र शासित शहरों व स्वायत्त प्रदेश से गुजरती है। यांगत्सी नदी की कुल लंबाई 6300 से ज्यादा किलोमीटर है, जो चीन की सब से लंबी व विश्व में तीसरी लंबी नदी मानी जाती है। दूसरा सवाल का जवाब यह है कि चीन के सिछ्वान प्रांत में स्थित लशान पहाड़ पर बनायी गई बुद्ध की मूर्ति चीन में सब से बड़ा है, जिस का इतिहास 1100 से ज्यादा वर्ष हो गया।
पंकजः हमें विश्वास है कि चैंपियन रेडियो क्लब के सदस्य ज़रूर उन सवालों के जवाब पर संतुष्ठ होंगे। और इस के साथ हमारा आज का कार्यक्रम भी समाप्त होता है। अगले हफ्ते हम ठीक इसी समय यहां फिर मिलेंगे। अब पंकज और चंद्रिमा को आज्ञा दें, नमस्कार।
चंद्रिमाः नमस्कार।