चंद्रिमाः अगला पत्र राजस्थान के श्री गणेष रेडियो श्रोता क्लब के अध्यक्ष नरेन्द्र जांगीड द्वारा भेजा गया है। खास बात यह है कि नरेन्द्र जी ने कंप्यूटर द्वारा यह पत्र लिखकर प्रिंट करके हमें डाक द्वारा भेजा। इसलिये यहां हम आप से यह कहना चाहते हैं कि अगर आप के पास कंप्यूटर है, और वह इन्टरनेट से भी जुड़ा हुआ है। तो आप सीधे से हमें ई-मेल भेज सकते हैं। ताकि पत्र भेजने में समय की किफ़ायत की जा सके। हमारा ई-मेल का पता हैः hindi@cri.com.cn
विकासः इस पत्र में उन्होंने यह लिखा है कि चाइना रेडियो हिन्दी परिवार को मेरा प्यार भरा नमस्कार। मैं आप का नियमित श्रोता हूं व गांव में एक रेडियो क्लब का संचालन भी कर रहा हूं। हमने कुल 15 सदस्यों के साथ शुरूआत की थी, और अभी हम इस क्लब में कुल 30 सदस्य हो चुके हैं। यह सब संभव हुआ है आप के कार्यक्रमों की वजह से आप के कार्यक्रम इतने रोचक व ज्ञानवर्धक होते हैं कि श्रोताओं की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। हमारा क्लब 4 वर्ष से आप के प्रसारण को सुनता आ रहा है, व समय समय पर आप को पत्र लिखते हैं। पर अभी तक आपने हमारे क्लब का पंजीकरण नहीं किया है। आप से हमारा अनुरोध है कि आप हमारे क्लब का पंजीकरण करें, और प्रमाण-पत्र भेजें।
चंद्रिमाः नरेन्द्र जी, सब से पहले हम आप को सी.आर.आई के प्रसार-प्रचार में दिये गये समर्थन के लिये धन्यवाद देते हैं। और आशा है कि आप का क्लब और बड़ा हो। हमने आप के क्लब को हमारे मेल-लिस्ट में पंजिकृत किया है। पर खेद की बात है कि हमारे पास प्रमाण-पत्र नहीं है। तो इस की जगह लेकर हम आप तथा श्री गणेष रेडियो श्रोता क्लब के सभी श्रोताओं को एक मधुर चीनी गीत पेश करेंगे। ठीक है न?
विकासः चंद्रिमा जी आपका कहना बिल्कुल सही है। हमारा विभाग किसी भी तरह का प्रमाण पत्र नहीं भेजता है। लीजिए आप तथा आपके क्लब के सभी सदस्यों के लिए यह चीनी गीत। गीत का नाम है मित्र, जो चीन के प्रसिद्ध गायक चो ह्वा चेन द्वारा गाया गया। आशा है हमारे बीच मित्रता भी दिन-ब-दिन मजबूत हो जाएगी। अब लीजिये सुनिये यह मधुर गीत।