चंद्रिमाः अगला पत्र है फ़रिदपुर बरेली, उत्तर प्रदेश के वर्ल्ड वाइड लिस्नर्स कल्ब के अध्यक्ष शकील अहमद अंसारी का। इस पत्र में सब से पहले उन्होंने सी.आर.आई. की 70वीं वर्षगांठ के शुभ अवसर पर अपने कल्ब के तमाम पदाधिकारियों की तरफ़ से मुबारकबाद पेश किया है, और दुआ करते हैं कि सी.आर.आई. प्रसारण के क्षेत्र में दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करें, और पूरे विश्व में शांति और सदभाव का मशाल सी.आर.आई. के द्वारा जलता रहे। आपकी शुभकामनाओं का बहुत बहुत धन्यवाद, अंसारी जी।
विकासः उन्होंने आगे लिखा है कि मैं सी.आर.आई. वर्ष 1992 से अपने छात्र जीवन में एक रुचि के तहत जुड़ा था, लेकिन कुछ दिनों के पश्चात ही, मैंने अपने कालेज के साथियों के साथ वर्ल्ड वाइड लिस्नर्स कल्ब का गठन कर लिया था। मैं सन् 1992 से आज तक सी.आर.आई. से आत्मीय रिश्ता बनाये हुए हूं। मैं दिल की गहराइयों से सी.आर.आई. से और चीन की भाषा संस्कृति व व्यवसाय प्रशासन से प्यार करता हूं। मुझे चीनी लोग बहुत अच्छे लगते हैं।
चंद्रिमाः साथ ही उन्होंने अपने पत्र में यह आह्वान भी किया है कि भारत और चीन मिलकर एशिया में एक विकास की नई गाथा लिखेंगे, और समस्त विश्व को मंदीकाल से निकालकर विश्व में स्थिरता पैदा करने में मदद करेंगे। भारत चीन मित्रता एक नये अध्याय को आरंभ करेगी। शकील अहमद अंसारी जी, हमारी आशा भी यही है। मेरे ख्याल से चीन और भारत जैसे एक परिवार में दो भाई हैं, हालांकि कभी कभी कुछ झगड़े होते हैं, लेकिन प्रेम दोनों भाई का मुख्य भावना है। अगर कोई दुश्मन इस परिवार में आक्रमण करना चाहता है, तो दोनों भाई को मिल-जुलकर उसे सबक सिखाना चाहिए।
विकासः चंद्रिमा जी, मैं आप की बातों से बिल्कुल सहमत हूं। आशा है ज्यादा से ज्यादा लोग इस बात को समझ सकते हैं, और भारत व चीन की मित्रता दिन-ब-दिन घनिष्ठ हो सके। चंद्रिमा जी, अब मेरे पास एक पत्र है, जिस में चीनी लोगों की शादी के बारे में कुछ सवाल पूछे गये।
चंद्रिमाः अरे, किस श्रोता ने पूछा है, और कौन सा सवाल है?
विकासः डिलियां रोड, कोआथ के हमारे श्रोता प्रमोद कुमार केशरी और मनोज कुमार केशरी ने अपने पत्र में यह सवाल पूछा कि चीन में शादी ब्याह सालों भर किया जाता है, या कुछ शादी के दिन होते हैं?
चंद्रिमाः अच्छा, मैं बताऊंगी। वास्तव में सारे वर्ष भर चीनी लोग शादी कर सकते हैं, इसमें कोई पाबंदी नहीं है। लेकिन मौसम की वजह से वे हमेशा सुहावना मौसम चुनकर शादी करते हैं, जैसे पेइचिंग में लोग हमेशा वसंत या शरद् में शादी करते हैं। क्योंकि ऐसे मौसम में न बहुत गर्मी होती है, या न बहुत सर्दी। दूल्हे और दुल्हन बाहर में भी शादी कर सकते हैं, और बहुत सुन्दर कपड़े पहनते हैं।
विकासः पर चंद्रिमा जी, ठोस तारीख के बारे में क्या आप हमें कुछ जानकारियां दे सकेंगी?चीनी लोग शादी की तारीख कैसे चुनते हैं?
चंद्रिमाः अच्छा, चीनी लोग हमेशा चीनी पंचांग के अनुसार शादी का दिन चुनते हैं। और हमेशा युगल अंक पसंद करते हैं, जैसे दो, छै व आठ। और चीनी पंचांग के अनुसार मार्च, जुलाई और सितंबर में शादी करना अनुचित है। और कुछ स्थानीय रीति-रिवाजों में दूल्हे व दुल्हनों के जन्मदिन के आधार पर शादी करने की तारीख निश्चित किया जाता है।
विकासः ओह, चंद्रिमा जी, सुना है कि यह बहुत दिलचस्प व बहुत रहस्यपूर्ण बात है। क्या आप को यह आता है, अगर आता है, तो मैं भी आप को अपना जन्मदिन बताऊंगा, और आप मेरे लिये शादी करने की एक उचित तारीख चुनिये न?
चंद्रिमाः अरे, विकास जी। पहले मैं तो पंडित नहीं हूं, इसका ठोस नियम मैं नहीं जानती। दूसरी बात यह है कि केवल आप का जन्मदिन ही काफ़ी नहीं है, दोनों आदमी यानि आप और आप की प्रेमिका दोनों के जन्मदिन चाहिए। इसलिये पूर्वशर्त यह है कि आप एक प्रेमिका ढूंढ़िये, जिस के साथ आप शादी करना चाहते हैं। शादी की तारीख चुनना अभी आपके लिये बहुत दूर की बात है।
विकासः ओके, ओके, शादी करने के लिये मैं कोशिश करूंगा। अच्छा, श्रोता दोस्तो, बातों का सिलसिला जारी रखते हैं लेकिन पहले यह गीत-- अभी अभी हमने शादी व मौसम आदि की चर्चा की, और यह गीत भी इस से जुड़ा हुआ है, जिस के बोल हैं हम दोनों एक गर्मी जैसा, एक शरद् जैसा हैं। गायिका फ़ेन वेई छी ने यह गाया है कि पहली बार तुम्हें देखा, तो बहुत अच्छा नहीं लगा। मालूम नहीं था कि बाद में हमारा संबंध इतना घनिष्ठ हो गया। हम दोनों एक गर्मी जैसे, और एक शरद् जैसे हैं। अगर हम एक साथ हों, तो सर्दी को वसंत भी बना सकते हैं। अब लीजिये सुनिये यह मधुर गीत।