दादी मां के साथ साक्षात्कार करते हुए समय बहुत जल्दी से बीत चुका है। बाहर धीरे-धीरे अंधेरा हो रहा है और रात हो रही है। इन्टरव्यू समाप्त होने से पहले दादी मां की विवाहित बेटी बाहर से आई, जो पारिवारिक काम के लिए अपने मा-बाप की मदद करने आयी है। बेटी द्वारा दी गयी घी की चाय पीते हुए दादी मां के चहरे पर मुस्कान देखी जा सकती है। उन्होंने कहा कि भविष्य के जीवन के प्रति उनकी कोई विशेष इच्छा नहीं है, सिर्फ़ उम्मीद है कि बेटी और दामाद उनकी ही तरह सुखमय जीवन बिता सकेंगे। दादी मां ने कहा:
"अब मेरी बेटी और उसके पति साथ रहते हैं। मुझे आशा है कि उनका जीवन अच्छा होगा। एक दूसरे का सम्मान व समर्थन करेंगे और सुखमय जीवन बिताएंगे। यही मेरी सबसे बड़ी अभिलाषा है।"
तमाम लोगों की नजर में दादी मां पादमा यांगजेन का दैनिक जीवन बहुत सरल है, लेकिन 64 वर्षीय दादी इस प्रकार के जीवन से पूरी तरह खुश हैं। उनका कहना है कि चाहे आज हो या भविष्य में , वे हमेशा इस साधारण जीवन के प्रति आशावान हैं।
अच्छा दोस्तो, अभी आपने तिब्बत के लोका प्रिफेक्चर की छ्वोना काउंटी में स्थित लेग्पो क्षेत्र में रहने वाली पादमा यांगजेन की रोजमर्रा की लाइफ के बारे में रिपोर्ट सुनी। अगले हफ्ते फिर मिलेंगे। नमस्कार।