दादी मां पादमा ने हमें बताया कि अब वे अपने पति के साथ घर में रहती हैं , एक बेटी शादी के बाद दूसरे गांव में रहती है। मामांग टाउनशिप में स्थानीय लोगों की आय का मुख्य ज़रिया कृषि व पशु पालन है। परिवार में कम सदस्य होने की वजह से दादी मां के पास सिर्फ सब्जी के खेत हैं। उसमें मूली, चीनी गोभी और शिमला मिर्च लगे हुए हैं।
पहले दादी मां पादमा यांगजेन के परिवार की आय सुअर पालन व बाहर मजदूरी से होती थी, हर वर्ष लगभग कोई चार हजार युआन की आमदनी होती थी। अब मामांग टाउनशिप में लकड़ी के कटोरे बनाने के लिए विशेष जातीय कौशल ग्रहण ट्रेनिंग क्लास खुली हुई हैं। दादी मां के पति पाईमा चानत्वे ने इस क्लास में भाग लिया और जल्दी ही इस कला कौशल में महारत हासिल की, और तो और उनके द्वारा तैयार लकड़ी के कटोरे हाथों हाथ बिक जाते हैं। इसके चलते अब उनके परिवार की सालाना आय में तीन हजार से अधिक युआन का इजाफा हो गया है। कटोरे बनाने की चर्चा में दादी मां ने कहा:
"मैं अपने पति के कटोरे बनाने के काम का समर्थन करती हूँ। उनके कटोरे बनाने के बाद मैं बाकी काम करती हूँ। जैसा कि कटौरे को साफ़ करना आदि। आम तौर पर कटौरे बनाने के दौरान मैं खेती का काम करती हूँ। इस बारे में मेरी कोई शिकायत नहीं है। क्योंकि हम सब हमारे परिवार के लिए काम कर रहे हैं।"
दादी मां पादमा के पति पाइमा चानत्वे मनपा जाति के हैं, वे सीधे सादे ही नहीं, बहुत विनम्र भी हैं। इंटरव्यू के दौरान वे ज्यादा नहीं बोलते, पर चेहरे पर मुस्कान नजर ज़रूर नजर आती है।