चोउ ची छियांग, चोउ क निंग और छ्वी यी सभी लोगों ने कहा कि उनलोगों ने ट्रेन परिचालकों को रात के समय भी देखभाल के लिए आवाजाही करते हुए देखा है। रात में किसी यात्री को जब परेशानी होती है तो वे उसकी मदद करने आ पहुंचते हैं। उसी ट्रेन के उपनेता चांग शङवन ने कहा अगर त्योहार के दिन हो, तो ट्रेन परिचालक रेल गाड़ी को सुसज्जित कर त्योहार को मनाने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा:
"मध्य शरद उत्सव के दिन हमलोग हरेक डिब्बे में लाल लालटेन टांगेंगे। खाने में मून केक भी दिया जाएगा। त्यौहार के माहौल में एक साथ यात्रियों के साथ यह त्यौहार मनाया जाएगा। अगर कोई तिब्बती यात्री मिलेगा तो उसके साथ नाच-गान का इंतजाम किया जाएगा। ऐसा माहौल तैयार किया जाएगा कि सभी लोगों को ऐसा लगे कि वे अपने परिवार के साथ त्यौहार की खुशियां मना रहे हैं।"
पहले यातायात की असुविधा, उच्च समुद्रतल, आक्सीजन की कमी आदि कारणों से यात्रियों का तिब्बत में प्रवेश करना कठिन था। लेकिन अब, क्वांग-तिब्बत रेल सेवा शुरू हो जाने से तिब्बत जाना बहुत आसान हो गया है। इस रेल सेवा के शुरू होने से लेकर आज तक सबकुछ बहुत ही सुरक्षित है। कभी भी कोई दुर्घटना नहीं हुई है। आशा है कि भविष्य में अधिक से अधिक लोग इस रेल सेवा का उपयोग कर अपनी तिब्बत यात्रा के सपने को पूरा कर सकेंगे।