तिब्बत जाने वाले पर्यटकों का पहला चुनाव रेल का सफर ही होता है क्योंकि रेल से जाने पर आप रास्ते में कई दर्शनीय स्थलों का अवलोकन करने के साथ-साथ प्रकृति के सुंदर नजारों का भी आनंद ले सकते हैं। क्वांग-तिब्बत रेल के नेता यु सिन छियु ने हमारे संवाददाता को बतायाः
"रेलगाड़ी के निर्जन क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद 5072मीटर समुद्रतल से ऊंचे थांकुला पर्वत पर पहुँचते ही तिब्बती नील गाय और जंगली घोड़े अक्सर दिख जाते हैं। नामुछु झील से गुजरने के समय, इस झील के उपर जमी हुई बर्फ नीली नजर आती है। यह बिल्कुल शीशा की तरह दिखता है। यहां पर गाय चराने वाले चरवाहे को भी देखा जा सकता है। बहुत सारे लोगों को रेल से तिब्बत का सफर करने के दौरान वहां की प्राकृतिक सुंदरता का अवलोकन करने का अच्छे मौके मिलते है। यहाँ का फोटो भी बहुत उत्तम होता है।"
71 वर्षीया चोउ क निंग ने कहा, क्वांग चोउ से ल्हासा के बीच गाड़ी जब किसी स्टेशन पर रूकती थी तो वह नीचे उतरकर वहां के नजारे का अवलोकन करती थी। उन्होंने कहा:
"गाड़ी बहुत कम देरी के लिए रूकती थी लेकिन सभी लोग नीचे उतरकर वहां के मौसम का आनंद लेते थे। वहां पर स्थानीय लोगों के अपने स्थानीय परिधान में देखकर बहुत आनंद आता था। गाड़ी पाँच मिनट के लिए भी रूकती थी तो नीचे जाकर देखती थी कि यहां पर क्या-क्या हैं।"