मईमई जैसे रोगियों की स्थिति देखते हुए मौजूदा मुफ्त इलाज अभियान में भाग लेने वाली डॉक्टर वांग श्याओयान को बहुत दुख हुआ। उन्हें दुख इस बात से था कि स्थानीय नागरिकों की चिकित्सीय स्थिति अच्छी नहीं है और उनके पास शारीरिक स्वास्थ्य विचारधारा बहुत कम है। इसकी चर्चा करते हुए डॉक्टर वांग ने कहा:
"स्थानीय नागरिक शारीरिक जांच करने के लिए हमारे यहां आते हैं। देखने में उनकी स्थिति सामान्य है और वो रोगग्रस्त नहीं लगते हैं। लेकिन उनका रक्तचाप मापने के बाद पता चला कि ज्यादा लोग उच्च रक्तचाप से ग्रस्त हैं। अधिकांश उच्च-रक्तचाप रोगियों को अपने रोग स्थिति बिलकुल नहीं मालूम और वे इसे कभी नहीं मापते हैं। इसके साथ ही कई हृदय रोगियों को भी अपनी स्वास्थ्य स्थिति मालूम नहीं है। मधुमेह रोगियों को सीमित शर्तों के कारण रक्त शर्करा संबंधी जांच भी नहीं कर पाते। कल हमारे एक आर्थोपेडिक डॉक्टर ने एक रोगी को देखा, जो पैर से नहीं चल पाता था। जांच के बाद मालूम हुआ कि उसकी हड्डियां नष्ट हो चुकी हैं।"
अविकसित क्षेत्रों में रोगियों के चिकित्सीय सवाल को दूर करने के लिए मौजूदा मुफ्त इलाज अभियान में भाग लेने वाले डॉक्टरों ने अपनी-अपनी राय प्रस्तुत की। डॉक्टर यांग मिनचिंग पेइचिंग के आनचन अस्पताल के न्यूरोलॉजी विभाग में कार्यरत हैं। उनके विचार में मुफ्त इलाज जैसी गतिविधियों से किसी हद तक अविकसित इलाकों में रोगियों के उपचार में मौजूद मुश्किलों को दूर किया जा सकता है। लेकिन वर्तमान में स्थानीय इलोकों के लिए चिकित्सकों को प्रशिक्षण देना अत्यंत ज़रूरी है। अविकसित इलाकों में कार्यरत चिकित्सकों को बड़े शहरों के बड़े अस्पतालों में भेजकर प्रगतिशील चिकित्सीय तकनीक का प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। इन क्षेत्रों में चिकित्सकों का स्तर उन्नत होने के बाद ही स्थानीय नागरिकों को और बेहतर चिकित्सीय सेवा दी जा सकेगी। डॉक्टर यांग के विचार में जनरल प्रैक्टिशनर डॉक्टरों का प्रशिक्षण बुनियादी चिकित्सीय कार्य के लिए ज्यादा वास्तविक अर्थ रखता है। डॉक्टर यांग ने कहा:
"अब चीन में जनरल प्रैक्टिशनर डॉक्टरों की व्यवस्था को स्थापित कर देश भर में विस्तार किया जा रहा है। मुझे लगता है कि बुनियादी चिकित्सीय कार्यों में इस प्रकार के डॉक्टरों की आवश्यकता अधिक है। जनरल प्रैक्टिशनर डॉक्टरों का मतलब है कि उनके पास सामान्य बीमारियों के बारे में ज्यादा जानकारी है। वे विभिन्न प्रकार की सामान्य बीमारियों का बुनियादी उपचार कर सकते हैं। अगर किसी रोगी का बड़े अस्पतालों से इलाज होने के बाद स्थानीय क्षेत्र में वापस लौट आए हैं, तो उसका आगे का उपचार जनरल प्रैक्टिशनरों द्वारा किया जा सकता है।"