अन्य कुछ डॉक्टरों ने सुझाव पेश किया कि स्वास्थ्य विचारधारा से जुड़ी शिक्षा को मज़बूत किया जाएगा। पेइचिंग शहर के पालीच्वांग जिले में चिकित्सीय सेवा केंद्र में कार्यरत डॉक्टर ली युआन का कहना है कि रोग विरोधी जानकारी और स्वास्थ्य विचारधारा का विस्तार किया जाए, पीढ़ी दर पीढ़ी संबंधित प्रशिक्षण दिया जाए, तो बहुत हद तक पश्चिमी चीन के अविकसित क्षेत्रों में चिकित्सीय स्थिति में जरूर सुधार आएगा। डॉक्टर ली युआन ने कहा:
"अगर बच्चे को छोटी उम्र से ही एक सही स्वास्थ्य विचारधारा संबंधी शिक्षा दी जाए, तो कई सालों के प्रयास से लोगों को अच्छे स्वास्थ्य का महत्व पता चलेगा। सभी लोगों की स्वास्थ्य के बारे में जानकारी बढ़ाने के बाद हमारे राष्ट्र का स्वास्थ्य स्तर जरूर उन्नत होगा।"
गौरतलब है कि चीनी स्वास्थ्य मंत्रालय और देश भर के चिकित्सीय विभागों ने विभिन्न तरीकों और उपायों से देश के पश्चिमी भाग के अविकसित इलाकों में चिकित्सीय मदद देने को बढ़ावा दिया था। चिकित्सीय क्षेत्र में पूंजी निवेश मज़बूत किए जाने के साथ-साथ स्थाई तौर पर चिकित्सक भेजने की प्रणाली बनाई गई। इसके तहत विकसित क्षेत्रों में अविकसित क्षेत्रों को दवाईयां देने और चिकित्सीय प्रशिक्षण देने केलिए डॉक्टर भेजे जाते हैं। साथ ही इन क्षेत्रों की सहायता के लिए चिकित्सीय सेवा दल भी भेजा जाता है। दल के सदस्य स्थानीय अस्पतालों में इलाज के लिए प्रशिक्षण कक्षा खोलते हैं और साथ ही कांउटी स्तरीय अस्पतालों के चिकित्सकों को विकसित क्षेत्रों में तकनीकी उन्नति के लिए स्वीकार किया जाता है। इन कदमों से देश के पश्चिमी क्षेत्रों का चिकित्सीय स्तर सुदृढ़ हो रहा है।
हमारी आशा है कि विभिन्न पक्षों के समान प्रयासों से भविष्य में चीन के पश्चिमी इलाकों में तिब्बती लड़की मईमई की तरह ज्यादा से ज्यादा बच्चे अपनी अभिलाषा साकार कर सकेंगे।