ग्रेड छह के नम्बर एक क्लास में पढ़ने वाले तोंगची छाईतान को अब भी पूरी तरह याद है कि ग्रेड एक में प्रवेश लेते वक्त उसे क्लास के दूसरे बच्चों की तरह चीनी भाषा बिलकुल नहीं आती थी। लेकिन अब वह धाराप्रवाह चीनी भाषा बोल सकता है। उसकी अंग्रेज़ी भी अच्छी है। तीन भाषाओं में अच्छी पकड़ रखने वाले इस बच्चे को खुद पर गर्व होता है। सुनिए हमारी संवाददाता और तिब्बती छात्र तोंगची छाईतान के बीच हुई बातचीत:
संवाददाता:तिब्बती, अंग्रेज़ी और चीनी भाषा में तुम्हे कौन ज्यादा पसंद है?
तोंगची: चीनी भाषा। क्योंकि हम तिब्बती हैं, हम चीनी भाषा में महारत हासिल कर चीनी हान जातीय लोगों के साथ आदान प्रदान व संपर्क कर सकते हैं।
संवाददाता:तो तुम्हारी तिब्बती भाषा अच्छी है?
तोंगची:बहुत अच्छी।
संवाददाता:तुम लोगों ने कब से चीनी भाषा सीखना शुरू किया?
तोंगची:ग्रेड एक से।
संवाददाता:तो किस ग्रेड से अंग्रेज़ी सीखने लगा?
तोंगची:ग्रेड तीन से।
संवाददाता: अंग्रेज़ी सीखते वक्त क्या तुम्हें कोई मुश्किल हुई?
तोंगची:थोड़ी सी मुश्किल लगती है। क्योंकि यह भाषा हमारी भाषा से कुछ अलग है।
संवाददाता:तुम क्या सोचते हो, तिब्बती, चीनी और अंग्रेज़ी तीनों भाषा सीखने का क्या महत्व है?
तोंगची:मुझे लगता है कि ये भाषाएं सीखकर हम विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के साथ पारस्परिक संपर्क व आदान प्रदान कर सकते हैं। हम उनके साथ दोस्त भी बन सकते हैं।
आम दिनों में तोंगची छाईतान को तिब्बती और चीनी भाषा वाली कक्षाएं
लेना सबसे पसंद है। उसने कहा कि कई भाषाएं सीखकर इनका अच्छी तरह प्रयोग करना उसका सपना है। तोंगची छाईतान का सपना है कि वह भविष्य में चीनी भाषा पढ़ाने वाला शिक्षक बने। वह छात्रों को तिब्बती और चीनी भाषा सिखाना चाहता है। उसे लगता है कि भाषा लोगों के बीच आदान प्रदान व संपर्क के लिए जरूरी है।
12 वर्षीय तिब्बती लड़का लोंगची छाईरांग कान्नान तिब्बती स्वायत्त प्रिफैक्चर की शाहो कांउटी स्थित लाब्रांग तिब्बती प्राइमरी स्कूल के ग्रेड पांच का छात्र है। उसे तिब्बती भाषा बहुत पसंद है। स्कूल में तिब्बती भाषा की क्लास में वह ध्यान से सुनता है और पाठ पढ़ते वक्त उसकी आवाज़ सबसे ऊंची रहती है। उसका सपना भविष्य में भीतरी इलाके में जाकर शिक्षा लेना और काम करना है। इस तरह तिब्बती भाषा के साथ-साथ वह मेहनत से चीनी हान भाषा भी सीखता है। उसने कहा:
"मुझे तिब्बती भाषा वाली पुस्तकें पढ़ना पसंद है। हमारे यहां तिब्बती बहुल क्षेत्र है। मैं तिब्बती भाषा पसंद करता हूँ। मुझे लगता है कि यहां से बाहर दूसरे जगहों पर ज्यादा चीनी भाषा बोली जाती है। भीतरी इलाके में कम लोग तिब्बती भाषा बोलते हैं। इस तरह चीनी भाषा सीखना भी जरूरी है।"