बरसात की हल्की फुहारों के बीच पांडा को देखना अपने आप में अद्भुत अनुभव है। शांतिप्रिय और भेजन प्रेमी कई पांडा हमें इस केंद्र में उनके लिए बनाए गए विशेष प्रांगण में घूमते फिरते दिखे। कुछ एक पेड़ पर सो रहे थे।
इसी केंद्र में लाल पांडा भी है। विदेशी पत्रकारों के दल को देखते ही वह पेड़ से झटपट उतरा और झाडि़यों में जाकर छुप गया। इस केंद्र में पांडा से जुड़े कई स्म़ृति चिन्ही भी हमने खरीदे।