फिलिस्तीन की पहली महिला कैफ़े
2017-04-13 14:32:01 cri
सादा ने कहा, मेरे ख्याल से पुरुष व महिला के बीच कोई फ़र्क नहीं है। मेरी बेटी तो जैस्मीन कैफ़े में काम करने वाली पहली लड़की है। इसके बाद हमने यूनिवर्सिटी की छात्राओं की भर्ती शुरू की। फिलिस्तीन लोकतंत्र व समानता का पक्ष लेता है। हमारी कैफ़े में सभी सेवकों का वेतन बराबर है। हर महीने में उन्हें दो बार वेतन मिलता है। ताकि वे अच्छी तरह अपने जीवन व पढ़ाई का खर्च कर सकें। हम छात्राओं को पढ़ने के अवकाश समय में काम करने का प्रोत्साहन देते हैं। हम उन महिला सेवादारों से अपनी बेटी या बहन की तरह व्यवहार करते हैं। काम में भी हम समान रूप से पुरुष व महिला सेवकों का व्यवहार करते हैं। हम केवल काम पर ध्यान देते हैं, लिंग पर नहीं।