56 वर्षीय जैक सादा का जन्म फिलिस्तीन के रामाल्लाह में हुआ। दस वर्ष की आयु में उन्हें अरब के परंपरागत हुक्के व कॉफ़ी का बड़ा शौक पैदा हुआ। बाद में वे विवश होकर अपने परिजनों के साथ लीबिया में रहने लगे। तरह तरह की मुश्किलों से पार पाते हुए उन्होंने बड़ी कोशिश से अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में अपना व्यवसाय शुरू किया। अपने अनुभव के कारण सादा शिक्षा पर बड़ा ध्यान देते हैं। उन्होंने गर्व महसूस करते हुए संवाददाता से कहा कि उनकी बेटी ने बी.ए. व एम.ए. की तीन डिग्री हासिल की है।
अरबी देशों में प्रसिद्ध हॉटल व रेस्टरांट में हमेशा वरिष्ठ पुरुष सेवादार होते है। लेकिन जैस्मीन कैफ़े की नाबलुस शाखा में कुल 26 सेवादार हैं, उनमें 10 महिलाएं भी शामिल हैं। वे मुख्य तौर पर यूनिवर्सिटी के छात्राएं हैं, और कैफ़े में काम करना केवल उनका पार्ट टाइम जॉब है। सादा ने कहा कि जैस्मीन कैफ़े की स्थापना का एक उद्देश्य तो युवकों खास तौर पर यूनिवर्सिटी में पढ़ रही युवा छात्राओं को काम करने का मौका देना है। ताकि वे उच्च शिक्षा पाकर अपनी जिंदगी बदल सकें।