पुलकन नदी और मैत्री चोटी
पुलकन नदी का उद्गम स्थान अल्ताई पर्वतमाला में मंगोल गणराज्य की सीमा में स्थित है। यह नदी ताकसकेन सीमा चौकी के नजदीक चीन की सीमा में दाखिल होती है। इस नदी में खूब दरियाई ऊदबिलाव पाए जाते हैं।
सौभाग्य से मैंने यहां इन नन्हे प्रिय जीवों के फोटो लिए। इस जीव की बड़ी और चपटी पूंछ पर शल्क और शरीर पर घने बाल होते हैं। इसका फर बड़ा कीमती है। इसके शरीर से सुगंधी निकाली जा सकती है और यह विश्व बाजार में चार बड़े सुगंधी पदार्थों में एक मानी जाती है। आज दरियाई ऊदबिलाव को प्रथम दरजे के सुरक्षित जानवरों की सूची में रखा गया है।
पुलकन नदी के दोनों तटों पर दुबारा उगे जंगल फैले हुए हैं और सीमाओं पर उजाड़ होने के कारण यह ऊदबिलावों के पलने-बढ़ने का आदर्श स्थान है। यहां के ऊदबिलाव बड़े मजे से चीन और मंगोल गणराज्य की सीमाओं में आ-जा सकते हैं और इनके लिए कोई पाबंदी नहीं है।
यहां चोटी बिल्कुल मेरे सामने खड़ी थी। जब मैं पेइचिंग में था, तो इस चोटी पर चढ़ने की मेरी योजना थी, मगर यहां आकर पता चला कि उस पर चढ़ने का कोई रास्ता नहीं है।
फिर भी मेरा मन नहीं मान रहा था, मैं निरंतर आगे बढ़ता गया और मैत्री चोटी के लगभग 100 किलोमीटर नजदीक पहुंच गया। वहां मैं हतप्रभ सा अल्ताई पर्वत-माला की अनगिनत चोटियों को टकटकी बांधकर देखता रहा।