चीन में शराब बहुत पी जाती है। चाहें चीनी नव वर्ष का मौका हो, बिजनेस पार्टी हो, या कोई सेलिब्रेशन, सब शराब के बिना अधुरा माना जाता है। अगर आप चीन में है, और थोड़ा बहुत पीने की आदत है, तो आपको अपने पीने की क्षमता को और बढा लेना चाहिए, क्योंकि यहां तब तक पी जाती है, जब तक आप पीकर चूर न हो जाओ। यहां बड़े ही गर्व से कहा जाता है कि शरीर चूर हो सकता है, लेकिन उसका सम्मान नहीं। यहां पीकर चूर होना, सम्मान की बात मानी जाती है, और यही चीन के ड्रिंगकिंग कल्चर का सार है।
पीकर चूर होना यहां कोई कॉलेज लडकों की बात नही मानी जाती, बल्कि यह परिपक्व, और बड़े पुरूषों के बीच एक जरूरी सामाजिक रस्म मानी जाती है। यहां वे सिर्फ रोमांच को बर्बाद करने के लिए नही पीते, बल्कि दिखाने के लिए कि वे भरोसेमंद और ईमानदार हैं। हाँ, जरूरत से ज्यादा पीना यहाँ एक सम्मानजनक गुणवत्ता माना जाता है। चीन में एक शब्द कहा जाता है 'चीउ फिन'।'चीउ'का अर्थ शराब और'रन फिन'का मतलब व्यक्ति का सम्मान। इन शब्दों को जोड़कर बनता है कि पीने से किसी का सम्मान करना।