पायचीऊ चीन का एक हार्ड़कोर वोडका यानि वोडका शराब है, जिसका रंग बिल्कुल पानी की तरह होता है, और इसमें करीब 40 से 60 प्रतिशत तक अल्कहोल की मात्रा होती है। इसका एक गुंट ही पीने से आपका पूरा गला जलना शुरू हो जाता है। पायचीऊ को शाओचीऊ के नाम से भी जाना जाता है, जिसका मतलब होता"जलाने की शराब"। इसका एक ही गुंट पीने से आप अच्छे तरीके से महसूस कर सकते है कि आपका गला जल रहा है। खैर, यह अहसास सिर्फ थोड़े समय के लिए होता है, और चीनी लोग बड़े ही शौक से पीते है।
आज आप यह सोच रहें होंगे कि मैं आपको पायचीऊ शराब के बारें में क्यों बता रहा हूं। दरसल आज मैं आपको चीन में शराब पीने का कल्चर बताने जा रहा हूं। पायचीऊ दिखने में बिल्कुल आम वोड़का शराब की तरह होती है, लेकिन इसमें अल्कहोल की मात्रा अन्य शराबों की तुलना में अधिक होती है। इसका निर्माण पूरे चाइना में किया जाता है। दक्षिण चीन में इसे चावलों से तैयार किया जाता है, जबकि उत्तर चीन में मक्का, ज्वार, गेंहू, बाजरा आदि अनाजों के प्रयोग से इसे तैयार किया जाता है।
चीन में शराब पीने का कल्चर इस तरीके का बिल्कुल भी नहीं है कि आओं, और बैठकर जल्दी से पीकर खत्म कर दो। यहां बडे ही आराम से और लम्बे समय तक शराब पी जाती है। आमतौर पर शराब के छोटे-छोटे पेग लम्बे समय तक लिये जाते है, और जब थोड़ा बहुत नशा चढ़ने लगता है, तो करीब 15 मिनट रूकने के बाद, फिर से दूसरा पेग लिया जाता है। चीनी भाषा में चीयर्स को कानपेई कहा जाता है, जिसका शाब्दिक अर्थ होता है ग्लास को सूखा देना।