दिल्ली सूचना प्रौद्योगिकी विद्यालय के मानव संसाधन प्रबंधन विभाग की छात्रा मेघा गुप्ता ने इस बार की यात्रा में उस पर गहरी छाप छोड़ने वाली बात बताते हुए कहा कि मुझे इस बार की चीन की सांस्कृतिक यात्रा बहुत पसंद है। पेइचिंग की यात्रा मुझे बुहत अच्छी लगी। वू हान खेल विश्वविद्यालय ने मुझ पर सबसे गहरी छाप छोड़ी। वहां पर मैंने विद्यार्थियों द्वारा पेश किए गए खेल, नृत्य और चीनी कुंग-फू जैसे चीनी परंपरागत खेल कार्यक्रम देखे, मुझे बहुत अच्छा लगा। वू हान खेल विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण संस्थापना अच्छा है। हमनें वू हान शहर के युवा पैलेस की यात्रा भी की। मैंने देखा है कि अनेक बच्चे वहां पर शिक्षा पाते हैं। मुझे लगता है कि बच्चों को और ज्यादा जानकारी मिलना एक महत्वपूर्ण बात है लेकिन यात्रा का समय कम है। उन्होंने केवल तीन शहरों की यात्रा की। अगर ज्यादा मौका मिलेगा, तो वह चीन में और अधिक क्षेत्रों की यात्रा करना चाहती हैं।
इस प्रतिनिधि मंडल के एक सदस्य का नाम है बीजू साइरस है। वो भारतीय अखबार टाइम्स ऑफ इन्डिया के खेल समाचार के संवाददाता हैं। वर्ष 2008 पेइचिंग ओलंपिक ने उनपर गहरी छाप छोड़ी है। वह हमेशा चीन की यात्रा करना चाहते थे।
उसने कहा कि मैं हमेशा चीन की यात्रा करना चाहता हूं। पहली बार चीन आने की योजना है, लेकिन बाद में मनीला की यात्रा की थी। इसलिए इस बार की चीन यात्रा मेरे लिए एक अच्छा अवसर और अभ्यास है। मुझे लगता है कि मेरे लिए यह एक सुन्दर याद भी है। यह एक छोटी यात्रा है। अगर भविष्य में मौका मिलेगा, तो मैं फिर एक बार चीन आऊंगा।