पंकजः अगला पत्र हमें लिखा है अनिल ताम्रकार जी ने, जो कि ज़िला रेडियो श्रोता संघ के अध्यक्ष हैं। अनिल जी कटनी, मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं, और इन्होंने हमारे सभी कार्यक्रमों की काफी प्रशंसा की है। अनिल जी को हमारे सभी कार्यक्रमों में आपका पत्र मिला कार्यक्रम काफी अच्छा लगता है। इसके साथ ही अनिल जी कहते हैं कि चाइना रेडियो इंटरनेशनल के सभी उद्घोषकों का प्रस्तुतिकरण बहुत अच्छा लगता है। तो अनिल जी हमारी प्रशंसा करने के लिये हम आपको धन्यवाद देते हैं। और आपसे आशा करते हैं कि आप ऐसे ही हमें पत्र लिखते रहेंगे।
चंद्रिमाः इसके आगे अनिल जी लिखते हैं कि चाइना रेडियो इंटरनेशनल के सामने चाहे जितनी भी मुश्किलें आ जाएं, सभी लोग उसका डटकर मुकाबला करते हैं। और चाइना रेडियो के अधिकारी रेडियो प्रसारण को लेकर काफी अच्छी योजनाएं बनाते हैं, जिससे रेडियो कार्यक्रमों की गुणवत्ता में दिनों दिन बढ़ोतरी हो रही है। अनिल जी एक बार फिर आपका बहुत बहुत धन्यवाद। हालांकि कार्यक्रम को बढ़ाने में हमने बड़ी कोशिश की, लेकिन इसमें सभी श्रोताओं का समर्थन भी शामिल है। और यहां हम अपने सभी श्रोताओं को सच्चे दिल से धन्यवाद कहते हैं।
पंकजः चंद्रिमा जी, इस बार अनिल ताम्रकार जी ने हमें कई पत्र लिखे हैं। और एक पत्र में उन्होंने हमारी सम्मोहक च्यांगशी प्रतियोगिता की चर्चा की। अनिल जी ने अपने पत्र में च्यांगशी पर्यटन स्थल की काफी प्रशंसा की है। इसके अलावा ये यहां की जीवन शैली और वास्तुकला के बारे में भी श्रोताओं को बताना नहीं भूलते हैं। स्थानीय लोगों की जीवन शैली खेत खलिहान के बारे में भी ये विस्तार से जानकारी देते हैं। अनिल जी लिखते हैं कि च्यांगशी प्रांत चीन के दक्षिण पूर्व भाग और यांगत्सी नदी के मध्य और निचले भाग के दक्षिण में स्थित है, जो सौम्य नैसर्गिक सौंदर्य और अद्भुत मानवी संस्कृति से विख्यात है। ये ऐसी जगह है जहां पर स्वर्ग और मानव जाति का मेलजोल दिखाई देता है।
चंद्रिमाः अनिल जी ने बहुत लंबा चौड़ा पत्र लिखा है। इनका पत्र चार पन्नों का है। अनिल भाई, हम आपका इतना लंबा चौड़ा पत्र समय के अभाव में अपने श्रोताओं को नहीं सुना सकते, लेकिन उन्हें पत्र के थोड़े अंश हमने सुनाए हैं। तो हम ये बात अवश्य बता दें कि अनिल जी च्यांगशी वाकई बहुत सुंदर पर्यटन स्थल है। ये जगह प्रकृति की गोद में बसी हुई है, और पर्यटक यहां पर आने के बाद बहुत सुकून का आभास करते हैं।