चंद्रिमाः कार्यक्रम के अंत में हम और एक कॉमेंट पढ़ने की कोशिश करते हैं। भुवनेश्वर, ओड़िसा के सुब्रत कुमार पति ने हमें भेजे कॉमेंट में यह लिखा है कि सभी भारतीय श्रोताओं को मैं शुभकामनाएं देता हूं। मैं सी.आर.आई. हिन्दी सेवा का एक पुराना श्रोता हूं। आजकल व्यस्त होने के कारण मैं आपका कार्यक्रम नहीं सुन पाया। मैं नवींतम कार्यक्रम सूची व समय सारणी जानना चाहता हूं। कृपया मुझे यह भेजिये। अगर चीन के बारे में कोई पत्रिका होता है, तो मुझे भी भेजने की कृपया करें।
विकासः सुब्रत जी, हमारी वेबसाइट पर कार्यक्रम के सूची व समयसारणी शामिल हैं। आप सूचनापट्ट में इसे चेक कीजिये और पढ़िये। अगर आप चीन के बारे में पत्रिका पढ़ना चाहते हैं, तो हमारी हिन्दी पत्रिका श्रोता वाटिका सब से अच्छा माध्यम है। हमने आप के पते को हमारे मेल लिस्ट में शामिल किया है। बाद में आप को नियमित रूप से हमारी पत्रिका आदि सामग्रियां प्राप्त होंगी।
चंद्रिमाः श्रोता दोस्तो, समय के अभाव से आज का कार्यक्रम यहीं तक समाप्त होता है। आशा है आज के कार्यक्रम द्वारा आप को कुछ मज़ा या जानकारियां मिला होगा।
विकासः अगले हफ्ते हम फिर मिलेंगे। अब विकास व चंद्रिमा को आज्ञा दें, नमस्कार।
चंद्रिमाः नमस्कार।