चंद्रिमाः यह चाइना रेडियो इन्टरनेशनल है। आज हम फिर मिलते हैं आप का पत्र मिला कार्यक्रम में। मैं हूं आप की दोस्त, चंद्रिमा।
विकासः और मैं हूं आप का दोस्त, विकास।
चंद्रिमाः श्रोता दोस्तो, बहुत खुशी के साथ आज हम फिर एक बार यहां मिलकर कुछ आनंदमय समय बिताएंगे।
विकासः जी हां, अब हम इस आनंदमय समय की शुरूआत आज के पहले पत्र से करेंगे। पश्चिम बंगाल के हमारे श्रोता रतन कुमार पॉल ने हमें भेजे पत्र में यह लिखा है कि विकास जी व चंद्रिमा जी, हम आप लोगों के प्रिय, श्रेष्ठ, ज्ञानवर्धक कार्यक्रमों को हर दिन सुनते हैं। और कार्यक्रम से हमने चीन के बारे में खूब जानकारियां प्राप्त कीं। हाल ही में हमने आप का पत्र मिला कार्यक्रम में अपनी ईमेल सुनी, हम बहुत प्रसन्न हैं। इस के लिये बहुत बहुत धन्यवाद। और आप लोगों की पत्रिका श्रोता वाटिका प्राप्त करके हमें बहुत खुशी हुई। क्या आप लोग इस पत्रिका की बीस कॉपी हमें भेज सकते हैं?
चंद्रिमाः रतन कुमार पॉल साहब, अगर पत्रिका की संख्या काफ़ी हैं, तो हम ज़रूर आप की इच्छा पूरी करेंगे। साथ ही उन्होंने अपने पत्र में एक सवाल भी पूछा कि पेइचिंग में कितने इनडोर व्यायामशालाएं हैं?और उन में सब से बड़ा वाला कौन है?वाह, यह सवाल सचमुच बहुत मुश्किल है। क्योंकि पेइचिंग में इनडोर व्यायामशालाओं की संख्या इतनी बड़ी है कि इस की ठोस संख्या हम नहीं बता सकते, पर मेरे ख्याल से बड़े व मध्य पैमाने वाली व्यायामशालाएं कम से कम दो सौ से ज्यादा हैं। केवल हमारे सी.आर.आई. के आसपास तो चार पांच ऐसी इनडोर व्यायामशालाएं हैं। मैं, विकास और हमारे हिन्दी विभाग के कई कर्मचारी तो नियमित रूप से वहां जाकर बैटमिंटन खेलते हैं।
विकासः पर सब से बड़ी व्यायामशाला हम बता सकते हैं। वह है चीन की राष्ट्रीय व्यायामशाला। न सिर्फ़ पेइचिंग में बल्कि सारे चीन में उस का पैमाना सब से बड़ा है। पेइचिंग के ऑलंपिक खेल केंद्र में स्थित राष्ट्रीय व्यायामशाला का क्षेत्रफल 6.87 हेक्टेयर है। निर्माण का कुल क्षेत्रफल 80 हजार 9 सौ वर्गमीटर है। और 18 हजार दर्शक इस में शामिल हो सकते हैं। वह पेइचिंग ऑलंपिक के तीन मुख्य व्यायामशालाओं में से एक है। रतन जी, आशा है आप हमारे उत्तर से संतुष्ठ होंगे।
चंद्रिमाः अगला पत्र है हुगली, पश्चिम बंगाल की मनिषा चक्रवर्ती का। अपने पत्र में उन्होंने यह लिखा है कि सादर प्रणाम। मैं हूं मनीषा चक्रवर्ती। मैं २०११ की नवम्बर महीने से सी.आर.आई. की हिन्दी कार्यक्रम रेडियो पर उत्साहपूर्वक सुन रही हूं। पिछले ४ जून ,२०१२ को मेरी १२ वीं परीक्षा का परिणाम निकला। इस परीक्षा में मुझे A GRADE मिला। अभी मैं कॉलेज में अंग्रेजी आनर्स लेने के लिये बहुत व्यस्त हूं। इस व्यस्तता में भी मैं आपका प्रोग्राम सुनना नहीं भूली। मनीषा बहन, सब से पहले मैं आप को परीक्षा में अच्छा अंक प्राप्त करने की बधाई देती हूं। और हम बहुत खुश हैं कि आप अपनी खुशी हमारे साथ बांट सकती हैं।
विकासः इस के बाद उन्होंने लिखा है कि १३ जून "आप का पत्र मिला" में हिंदी कार्यक्रम की सभी कार्यक्रमों की सूची का सूचना देने के लिये आपको मेरी तरफ से बहुत बहुत धन्यवाद। मैं उसका प्रिंट निकालकर मेरी दोस्तों को दिखाया और सी.आर.आई. की हिन्दी कार्यक्रम के बारे में अवगत कराया। उस दिन"आप की आवाज़ ऑन लाइन" कार्यक्रम में दहेज प्रथा के बारे में रजनीश जी के साथ विकास जी जो चर्चा की थी, वह टोपिक बहुत अच्छा लगा। यह समस्या भारत में एक बड़ी समस्या है। मैंने अंग्रेजी में "The struggle against Dowry" नामक एक लेख भी लिखा। दहेज प्रथा आज भारतीय लडकियों के लिये एक अभिशाप है। इस कुप्रथा को ख़त्म होना चाहिए। मनीषा जी, हम आप की बातों से बिल्कुल सहमत हैं, यही कारण है कि मैंने क्यों आप की आवाज़ ऑन लाइन कार्यक्रम में यह विषय चुनकर श्रोता से बातचीत की।