विकासः आज का अंतिम कामेंट है खानपुर पाकिस्तान के हाशमी लिस्नर्स कल्ब के जलील अहमद हाशमी द्वारा लिखा गया है। उन्होंने लिखा है कि हिंदी के सारे कार्यक्रम बहुत अच्छे हैं, वेबसाइट भी खूबसूरत है, मैं अपनी राय इमेल कर दिया हूं। आपकी ओर से श्रोता वाटिक हमेशा मिलता रहता है, मेरी हिंदी भाषा थोड़ी कमजोर है, लेकिन मैं इसमें सुधार कर रहा हूं। श्रोता वाटिका और हिंदी बेवसाइट से मुझे हिंदी पढ़ने में काफी मदद मिल रही है।
चंद्रिमाः हम बहुत खुश हैं कि हमारी पत्रिका व वेबसाइट श्रोताओं के लिये मददगार हैं। और आशा है आप लोग हमेशा इस का समर्थन दे सकेंगे। इस के साथ ही आज का आप का पत्र मिला कार्यक्रम भी समाप्त होता है। अगले हफ्ते हम फिर मिलेंगे। नमस्कार।
विकासः नमस्कार।