13-12-10:मेरी बिल्ली मुझे ही म्याऊँ कई माता-पिता अपने बच्चों के पैरों में कैट-हैड जूते पहनाते हैं इसी उम्मीद से कि उनके बच्चे भी बिल्ली की तरह स्मार्ट होंगे और अपने ऊपर आने वाली आपदाओं को आशीर्वाद में तब्दील करने में सक्षम होंगे।
BTV से बाहर आते समय झंग की आँखों में आँसू थे और वे यह समझ नहीं पा रही थीं कि क्यों उनके अतुल्य अतीत को पूरी तरह नज़रअंदाज़ किया गया और क्यों उनकी उम्र इतना महत्व रखती है। उस पल उन्हें ऐसा लगा कि वे उस बूढ़ी घोड़ी की तरह है जिनके दाँत और अयाल(बालों) की बाजा़र में अच्छी तरह जाँच के बाद भी उनके लिए कोई खरीददार नहीं है बाजा़र में।
13-11-19:चीन- मेरा ससुराल और मायका दोनों है! दक्षिण चीन के शहर क्वांगचो में रहने वाली स्वाति जी से। जिन्होंने हमें अपने चीनी स्वप्न के बारे में बताया और साथ-साथ यह भी कि क्वांगचो कैसे धीरे-धीरे बन रहा है- मिनी इंडिया।
13-11-12:मुझे चीन से प्यार है! ज्योति को क्वांगचो में रहते हुए करीब सात साल हो गए हैं लेकिन उन्हें ऐसा कभी नहीं लगा कि वे भारत से दूर हैं। लगेगा भी क्यों जब एक ही इमारत में 100 से अधिक भारतीय परिवार एक साथ जो रहते हैं।
13-11-05:साडा हक ऐथे रख पुरुषों का ब्रेडविनर होना यानी कमानेवाला होना और महिलाओं का घरेलू मामलों का प्रभारी रहना अधिकतर लोगों के दिलो-दिमाग में ये विचार घर कर गए हैं। जिस कारण रोज़गार, पदोन्नति और आय में असमानता का मुख्य कारण बन गए हैं।
13-10-15:आ ज़रा जी लें सफलता और असफलता के बारे में सोचने की बजाए आप कोशिश करने पर अपना पूरा ध्यान लगाएँगे तो कोशिशों का सफर भी आसान होगा और जो परिणाम आएगा, वह भी संतुष्टि देने वाला ही होगा। इसलिए कोशिश करने में किसी भी तरह की कोताही न बरतें।