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न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम में, आपकी होस्ट और दोस्त हेमा कृपलानी आपका स्वागत करती है।
11वीं चीनी महिला प्रतिनिधि सभा 28 अक्तूबर की सुबह पेइचिंग में उद्घाटित हुई। चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग, प्रधानमंत्री ली खछ्यांग समेत सीपीसी और देश के अन्य नेताओं ने उद्घाटन समारोह में भाग लिया और बधाई संदेश दिया।
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के पोलित ब्यूरो के स्थाई सदस्य वांग छिशान ने सीपीसी की केंद्रीय समिति की ओर से भाषण दिया। उन्होंने देश के वैज्ञानिक विकास और सामाजिक सामंजस्य बढ़ाने हेतू करोड़ों महिलाओं और महिला संघों के प्रदान का उच्च मूल्यांकन किया। साथ ही उन्होंने उम्मीद जतायी कि विभिन्न स्तरीय महिला संघ महिलाओं की कारगर सेवा करेंगे और महिलाओं एवं बच्चों के अधिकारों की कारगर सुरक्षा करेंगे।
देश के विभिन्न जगतों की 1400 से अधिक महिला प्रतिनिधियों और 100 से अधिक विशेष अतिथियों ने सभा में शिरकत की। आज के कार्यक्रम में हम आपको विस्तार से बताएँगे कि महिला कांग्रेस में किन विषयों पर विस्तार से बात हुई।
सबसे पहले अगर बात करें तो....
11 वीं राष्ट्रीय महिला कांग्रेस के उद्घाटन समारोह में सोमवार को प्रतिनिधियों के बीच पुरुषों और महिलाओं के बीच बढ़ते आय का अंतर चर्चा का मुख्य मुद्दा था।
"महिलाओं को और अधिक अवसर और संसाधन प्रदान करने के लिए अधिक प्रयास करने की जरूरत है, ताकि राष्ट्रीय और सामाजिक मामलों में उनकी प्रबंधन क्षमता में सुधार किया जा सके। और उन्हें सांस्कृतिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में मदद की जा सके।" सोंग शियुआन, अखिल चीन महिला फेडरेशन की उपाध्यक्षा ने उद्घाटन समारोह में कहा।
कांग्रेस उम्मीद करती है कि अगले पाँच सालों में चीनी महिलाओं की आर्थिक उन्नति के लिए एक खाका तैयार कर सकें।
उन्होंने कहा, हम मुख्यधारा में नीति निर्माण प्रक्रिया में लिंग अंतर को कम करने की पूरी कोशिश करेंगे।
हालांकि, पिछले साल 18 वीं सीपीसी राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के प्रशासनिक कार्यक्रम में लिखा गया था कि लैंगिक समानता को बढ़ावा दिया जाएगा। लेकिन अब भी आय के बीच अंतर एक समस्या बनी हुई है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो द्वारा तीन राष्ट्रीय सर्वेक्षणों के अनुसार, पुरुषों और महिलाओं के बीच आर्थिक असमानता में पिछले दो दशकों में वृद्धि हुई है।
सर्वेक्षण दिखाता है कि 1990 में, महिला शहरी निवासियों की वार्षिक आय उनके पुरुष समकक्षों की तुलना में 77.5 प्रतिशत था। इस अनुपात में 1999 में 70 प्रतिशत और 2010 में 67.3 प्रतिशत की गिरावट आई है।
ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति और भी खराब है। जहाँ अनुपात 1999 में 79 प्रतिशत था जो कि 2010 में यह 56 प्रतिशत तक गिर गया।
"लैंगिक असमानता आसन्न हो गया है जो कि भेदभाव का सीधा परिणाम है। " झोउ हेयबिन, अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के एक अधिकारी ने कहा।
झोउ ने कहा कि "पुरुषों का ब्रेडविनर होना यानी कमानेवाला होना और महिलाओं का घरेलू मामलों का प्रभारी रहना अधिकतर लोगों के दिलो-दिमाग में ये विचार घर कर गए हैं। जिस कारण रोज़गार, पदोन्नति और आय में असमानता का मुख्य कारण बन गए हैं।
कार्यस्थल पर पूर्वाग्रह
26 वर्षीय वांग लिंग, ने मास्टर्स की डिग्री हासिल की और भाग्यशाली रहीं कि उनका शंघाई में एक पवन ऊर्जा कंपनी में नौकरी करने का सपना पूरा हो गया। लेकिन उनके मालिक उन्हें कम महत्वपूर्ण और सहायक काम ही करने को देते हैं क्योंकि उनके बॉस चिंतित हैं कि वे होने वाली कई व्यापारिक यात्राओं के बोझ को संभाल नहीं पाएँगी।
वहीं उनके पुरुष सहपाठियों को कुछ कंपनियों में महत्वपूर्ण पदों पर नौकरियों की पेशकश की गई है।
2009 में, पेइचिंग विश्वविद्यालय में महिलाओं के कानून और कानूनी सेवाओं के लिए केंद्र में एक वर्ष में 3,000 महिलाओं से अधिक से सर्वेक्षण किया गया और उनमें से 25 प्रतिशत महिलाओं को बस काम देने से इसलिए इनकार किया गया क्योंकि वे महिलाएँ हैं।
एक राज्य के स्वामित्व वाली कंपनी में एक मानव संसाधन कार्यकर्ता शेन जिन्होंने अपना पूरा नाम बताने से इनकार किया ने कहा कि उसके नियोक्ता, बिना किसी शक के , एक समान रूप से योग्य महिला उम्मीदवार की जगह पर एक पुरुष उम्मीदवार को ही चुनेंगे ने चीन के अंग्रेजी समाचारपत्र चाइना डेली को बताया। इसके अलावा, वे अधिक पुरुषों को अपने यहाँ नौकरी देने के लिए अपने मानकों को भी कम करने के लिए तैयार हैं।
मैं जानती हूँ कि महिलाएँ पुरुषों की तुलना में अधिक सक्षम हैं लेकिन वे गर्भवती होने से पहले वे केवल पाँच साल तक काम कर सकती हैं। उन्होंने कहा।
"यह सुनने में अच्छा नहीं लगता लेकिन यह सच है और वास्तविकता भी कि अधिक स्थिर श्रम बल की जरूरत है। मैं भी एक महिला हूँ और महिलाओं के साथ सहानुभूति रखती हूँ। लेकिन जीव विज्ञान सब कुछ निर्धारित करता है और इससे ज्यादा हम इसमें कुछ नहीं कर सकते या कोई मदद भी नहीं कर सकते।"
सर्वेक्षण में यह भी पता चला कि जिन महिलाओं के साथ साक्षात्कार किया गया उनमें से 15 प्रतिशत से अधिक ने कहा कि उनके पुरुष सहयोगियों की तुलना में उनकी आय कम है जबकि वे एक ही तरह का काम करते हैं और लगभग 11 प्रतिशत ने गर्भावस्था के दौरान या बच्चों के पैदा होने के बाद अपनी नौकरी खो दी।
बीजिंग में एक निजी कंपनी के साथ सलाहकार के तौर पर काम करने वाली छन शुजुआन ने कहा कि इस साल फरवरी में गर्भवती होने से पहले उनका कई बार गर्भपात हो चुका है। स्वास्थ्य कारणों के चलते उन्हें 14 हफ्तों के लिए लंबे मातृत्व अवकाश की जरूरत थी। हालांकि, उन्होंने अपने मालिक से पूछा वापस आने के लिए तो उन्होंने कहा कि तुम बहुत कमज़ोर हो, काम नहीं संभाल सकती। इसलिए वापस आने की जरूरत नहीं।
बीजिंग में वुदाखो स्थित एक अमेरिकी सॉफ्टवेयर कंपनी के साथ एक तकनीकी लेखक के तौर पर काम करने वाली झांग युलिंग ने एक नौकरीपेशा माँ होने के नाते अपनी निराशा व्यक्त की।
"मैं एक कर्मचारी हूँ, बेटी हूँ,पत्नी हूँ और माँ हूँ। हर दिन मैं काम पर और घर में अलग-अलग जिम्मेदारियाँ निभा रही हूँ और निभाती आई हूँ। अलग-अलग भूमिकाओं को पूरा करने में दिनभर व्यस्त रहती हूँ लेकिन सच कहूँ तो मेरे पास अपने लिए समय है ही नहीं।"
36 वर्षीय व्यवसायी ने कहा कि, "अब मुझे लगता है कि मैं अपने करियर की राह में फंस गई हूँ। भविष्य अंधकारमय लगता है।"
फेसबुक की चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर शेरिल सेंडबर्ग की किताब लीन इन-महिला, काम और नेतृत्व की इच्छा शक्ति, से प्रेरित होकर बीजिंग में महिला पेशेवरों के एक समूह ने नए कौशल सीखने और आत्म विकास को प्रोत्साहित करने के लिए नियमित रूप से सेमिनार और नेटवर्किंग गतिविधियों का आयोजन कर रहे हैं ताकि वे अन्य महिलाओं का हौसला बढ़ा सकें।
उनमें से एक आयोजक 25 वर्षीय शेर्लोट हान, ने कहा इस तरह की बैठक में भाग लेने वाले सब खुले विचारों वाले, मददगार और अपने विचार साझा करते हैं, मुझे लगता है कि सामाजिक संसाधनों के अधिग्रहण का यह सबसे कारगर तरीका है।
"यह मुझे ऑउट ऑफ बॉक्स चीज़ें देखने में मदद करता है। यह कार्यस्थल और परिवार के बाहर एक समर्थक नेटवर्क है", उसने कहा। मैं करियर सलाहकार से भी मदद ले सकती हूँ।"
अखिल चीन महिला संघ 60 वर्षों से भी ज्यादा समय से महिलाओं के आर्थिक विकास के लिए काम करती आई है। सोंग के अनुसार पिछले पाँच वर्षों में महासंघ महिला उद्यमियों के लिए छोटे ऋणों के लिए ब्याज सब्सिडी देने की पैरवी सरकार से करती आई है।
सरकार की ओर से ऋण की कुल रकम 151.48 बिलियन युआन तक पहुँच गई है, और कुल ब्याज सब्सिडी 7.76बिलियन युआन के ऊपर है। छोटे ऋण नीति ने 3 लाख से अधिक महिलाओं को अपना स्वयं का कारोबार शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया है और लाखों महिलाओं के लिए नौकरी के अवसर भी दिए हैं।
सोंग ने यह भी कहा कि महासंघ नीति निर्माण और क्रियान्वयन में महिलाओं के लिए एक न्यायपूर्ण सामाजिक स्थिति के लिए एक लिंग समानता मूल्यांकन तंत्र की स्थापना के लिए कांग्रेस से पैरवी करेगी।
इसी के साथ न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम यहीं समाप्त होता है और आज्ञा दें हेमा कृपलानी को। नमस्कार