चरवाहे रेस्त्रां के होस्टेस
छोटा पर्यटक दही खाते हुए
श्री छङ ने कहा कि हर वर्ष वे अपने बच्चों को लेकर किसी स्थल का दौरा करते हैं। इस बार वे रोअरगेई घास-मैदान स्थित ह्वाहू झील आए हैं। पूर्वी चीन के शांगहाई शहर से दक्षिण-पश्चिमी चीन स्थित सछ्वान प्रांत के आबा तिब्बती और छ्यांग स्वायत्त प्रिफेक्चर तक का रास्ता बहुत दूर है। गाड़ी चलाकर यात्रा करने से पर्यटक बहुत थक जाते हैं। लेकिन रास्ते में इतने सुन्दर दृश्य देखने के बाद श्री छङ और परिवारजनों के पास थकान एकदम गायब हो जाती है।
सछ्वान प्रांत की राजधानी छङतु शहर की निवासी चांग शिनय्वे अपने बाबा के साथ यात्रा के लिए रोअरगेई घास-मैदान आई हैं। उन्होंने कहा:" पहली बार मेरा घास के मैदान से परिचय सुप्रसिद्ध चीनी कवि शी मूरोंग की कविता से हुआ था। उन्होंने कहा कि स्वप्न में वे एक चरवाहे की लड़की हैं, जो लाल कपड़ा पहनकर घोड़े पर सवार होकर घास के मैदान में दौड़ती है। उनका लेख पढ़कर मुझे घास के मैदान को देखने की जिज्ञासा पैदा हुई। मुझे लगता है कि घास का मैदान बहुत सुन्दर और विशाल है। यहां गायें, घोड़े, भेड़ें और बकरों की संख्या बहुत ज्यादा है। वातावरण बहुत स्वतंत्र और खुला हुआ है। यहां का दौरा करके मुझे बहुत खुशी हुई। यहां मैंने एक विशेष तरह की छुट्टियां मनाईं। कई फोटो खींचे और घर वापस लौटने के बाद मैं ये फोटो मित्रों को दिखाना चाहूंगी। अब रोअरगेई क्षेत्र में मौसम बहुत सुनहरा है, हवा बहुत स्वच्छ और ताज़ी लग रही है। नीले आसमान में सफेद बादल देखना बहुत सुंदर लगता है, घास के मैदान में गायें और भेड़, बकरे स्वतंत्र रूप से दौड़ते हैं, तिब्बती लोगों की विशेष रीति रिवाज़ इत्यादि बहुत मनमोहक लगता है। भविष्य में मैं एक लेखिका बनना चाहती हूं, मुझे लगता है कि यात्रा करने से मुझे बहुत ज्यादा अनुभव मिलेगा।"
76 वर्षीय वृद्ध तङ जूपिन छोंगछिंग केंद्र शासित शहर के निवासी हैं। वे अपने परिजनों के साथ कुत्ते को लेकर रोअरगेई का दौरा करने आए हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें छोंगछिंग से गाड़ी चलाकर रोअरगेई से गुज़रते समय यहां के सुन्दर प्राकृतिक दृश्य ने बहुत प्रभावित किया और सभी लोगों ने यहां पर कुछ समय ठहरने का फैसला किया। वृद्ध तङ जूपिन ने कहा:"छोंगछिंग से यहां आने वाले रास्ते में बहुत सुन्दर दृश्य हैं। रोअरगेई घास-मैदान की हरी घास देखकर मन बहुत हर्षोल्लास से भर जाता है। हमारे वृद्ध लोगों के लिए कहां का दौरा करना जरूरी नहीं है, खेलना अच्छा लगता है, तो वहां ठहरते हैं। एक ही शब्द आनंद होना तो ठीक है। वर्तमान में हमारे देश में जीवन स्थिति अच्छी है, नागरिकों को बाहर की सैर करना पसंद है। हमें आशा है कि देश का विकास ज्यादा से ज्यादा अच्छा होगा, और जनता का जीवन स्थिर और उन्नत होगा। मेरी सबसे बड़ी अभिलाषा यही है।"
सुन्दर रोअरगेई घास-मैदान में गायों और बकरों के झुंड, आकाश में उड़ती हुई चिड़ियां, आसमान में बहते हुए सफेद बादल, सूर्यास्त और सूर्योदय के समय सूरज की रोशनी...... ये दृश्य इतना सुन्दर है, मानो हम स्वर्ग में रह रहे हों। रोअरगेई के चरवाहे इस स्थल पर अपने खुशहाल जीवन के लिए प्रयास कर रहे हैं और पर्यटक यहां से सुनहरा अनुभव अपने साथ लेकर वापस लौटते हैं। रोअरगेई का घास-मैदान हमेशा लोगों को आकर्षित करता है।