"इस स्थल को देखने से मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ, मैंने इस की कल्पना नहीं की कि चीन में इतना खूब सूरत जगह भी उपलब्ध है। मुझे शीआन शहर से बहुत लगाव है, साथ ही ऊ हान शहर की खूब याद आती है, पर उक्त दोनों शहर काफी बड़े हैं, सड़कों पर भीड़ लगी रहती है, दूषण भी ज्यादा गम्भीर है। शीआन शहर तो छिनलिंग पर्वत से नजदीक है, पर ज्यादा दूषण की वजह से वातावरण अकसर धुंधला सा नजर आता है, अधिकतर समय में छिनलिंग पर्वत दिखायी नहीं देता है, जी हां, यह स्वाभाविक ही है, क्योंकि शहर बहुत बड़ा है। बाद में जब मैं यहां पहुचा, तो देखा कि यहां का वातावरण इतना साफ सुथरा है और चारों तरफ बहुत सुंदर नजर आती हैं, यह देखकर मैं एकदम चमत्कृत रह गया।"
नेल किर्कलांड दंपति जैसे और बहुत ज्यादा विदेशी दोस्तों को श्यांगरिला में बसे हुए अनेक साल हो गये हैं। अमरीका के वाशिंगटन से आये एलन बार्टी ने श्यांगरिला की सुंदरता की चर्चा करते हुए कहा:"मुझे यहां बसे हुए 6 साल हो चुके हैं , यहां का प्राकृतिक दृश्य बहुत अनौखा है , मुझे बेहद पसंद है । साथ ही यातायात भी बहुत सुविधाजनक है , यहां के स्थानीय वासी बहुत सीधे सादे और मेहमाननवाज हैं और मेरे देशबंधु ही लगते हैं ।"
जब हमारे संवाददाता उन से पूछा कि आप श्यांगरिला में किस चीज़ से प्रभावित हुए हैं, तो उन्होंने इस के जवाब में विविधता को कहा। फूतात्सो राष्ट्रीय पार्क जैव विविधता का बेहतरीन साबूत है, इस पार्क को श्यांगरिला का श्यांगरिला माना जाता है , शांगहाई से आये पर्यटक चांग छंग छी का मानना है कि फूतात्सो आने से ही सच्चे मायने में प्रकृति के बीच पहुंच गया है। उन्होंने कहा:"क्योंकि मैं हमेशा बड़े शहर में रहता हूं, अचानक यहां का भू दृश्य देखकर बड़ा अच्छा लगता है , मुझे यह भू दृश्य बहुत पसंद है कि मानव जाति गांयों, बकरों भेड़े व पशुओं के साथ सामंजस्यपूर्वक सहअस्तित्व रहती है। यहां का वातावरण संरक्षण भी प्रशंसनीय है, प्राकृतिक दृश्य और मानवकृत भू दृश्य देखने में बहुत सामंजस्यूपूर्ण हैं। देश के भीतरी क्षेत्रों के कुछ पर्यटन स्थलों की तुलना में यहां का संरक्षण बहुत युक्तिसंगत है, मसलन यहां की सड़कों पर बहुत ज्यादा छोटे छोटे जानवर देखने को मिलते हैं, यह मेरे लिये एक विशेष अनुभव ही है।"