sundaykimasti150222
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दोस्तों, हर बार की तरह आज के इस कार्यक्रम में होंगे दुनिया के कुछ अजब-गजब किस्से और करेंगे बातें हैरतंगेज़ कारनामों की....इसी के साथ ही हम लेकर आये हैं मनोरंजन और मस्ती की सुपर डबल डोज, जिसमें होंगे चटपटे चुटकुले, ढेर सारी मस्ती, कहानी और खूब सारा फन और चलता रहेगा सिलसिला बॉलीवुड और चाइनिज गानों का भी।
दोस्तों, आज कार्यक्रम को होस्ट करने में मेरा साथ दे रही है लिली जी...।
लिली- दोस्तों, आप सभी को लिली का प्यार भरा नमस्कार और चीनी नववर्ष की ढेर सारी शुभकामनाएं।
अखिल- चलिए, अब हम आरंभ करते हैं हमारी मस्ती की पाठशाला पर उससे पहले सुनते हैं यह चीनी गाना।
अखिल- वैल्कम बैक दोस्तों, आप सुन रहे हैं संडे के दिन, मस्ती भरा कार्यक्रम संडे की मस्ती Only on China Radio International
दोस्तों, जहां लोग अस्पताल जाने से डरते हैं, वहीं चीन का यह शख्स पिछले तीन साल से अस्पताल में ढेरा जमाए हुए था और तो और वह तो अभी भी वहां से जाने का नाम नहीं ले रहा था लेकिन पुलिस उसे कल जबरन उठाकर ले गई। जी हां, यह अजीबोगरीब मामला चीन के जिंगमे ग्रुप जनरल अस्पताल का है।
बीजिंग टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अस्पताल प्रशासन ने चेन के खिलाफ कोर्ट में केस किया था। कोर्ट के आदेश पर ही पुलिस ने उसे जबरन बिस्तर से घसीट कर अस्पताल से बाहर निकाला। यह शख्स अभी भी अपनी ट्रीटमेंट को लेकर अड़ा हुआ है।
आपको बता दें कि चेन अगस्त 2011 में इस अस्पताल में आया था। वह एक सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद भर्ती हुआ था। तीन महीने बाद जब वह ठीक हो गया, तब अस्पताल ने उन्हें डिस्चार्ज करने का निर्णय लिया लेकिन चेन पैर ठीक से नहीं मुड़ नहीं पाने का बहाना बनाते हुए वहीं डट गया।
कहा जा रहा है कि इसके बाद से ही चेन ने खुद को बिस्तर से जंजीर के जरिए लॉक कर लिया। अस्पताल से बाहर निकाले जाने के बाद चेन ने कहा, "मैं पिछले तीन सालों में कभी नहीं नहाया। यहां तक कि मैं अपने बेटे की शादी में भी नहीं गया।" चेन का कहना है कि अस्पताल की जिम्मेदारी है कि वह उसे पूरी तरह ठीक करें।
लिली- हां हां हां... कमाल की बात बतायी आपने अखिल जी। मैंने तो ऐसा पहला शख्स देखा है, जो अस्पताल से बाहर जाने के नाम ही नहीं ले रहा था।
अखिल- हां हां हां.... चलिए एक और कमाल की बात बताता हूं कि जिसे सुनकर आप दंग रह जाएंगे।