दोस्तों, जिस फार्म में यह प्रतियोगिता हो रही है उसकी प्रवक्ता माइका जील का कहना है कि, हमें बताया गया कि इतना बड़ा कद्दू उगाने के लिए बहुत सारी सिंचाई और रोजाना देखभाल की जरूरत होती है। इस कद्दू को प्रदर्शनी के लिए जर्मनी के शहर क्लाइस्टोव में रखा गया है। यहां यह 2 नवंबर तक रखा जाएगा जिसके बाद इसे काटा जाएगा। माईका का कहना है कि, हम उम्मीद करते हैं कि इस कद्दू का सूप बेहद शानदार होगा। माईका आगे बताती हैं कि इसके बीज की काफी मांग है और हो सकता है हम इसकी नीलामी भी करें।
आपको बता दें कि यह स्विस कद्दू इसी नस्ल के उस कद्दू से छोटा है जो बेनी ने पिछले साल उगाया था। उस कद्दू का वजन 1,053 किलो था, पर अधिकारियों द्वारा उसे प्रदर्शनी में शामिल करने से इंकार कर दिया गया था क्योंकि उसमें एक छेद था और छेद वाले कद्दू को इस प्रदर्शनी के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता है।
अखिल- अरे वाह, कार जितना भारी कद्दू...। इस कद्दू ने विश्व रिकॉर्ड भी तोड़ दिया... वाकई कमाल का कद्दू है।
लिली- चलिए दोस्तों, अभी हम सुनते हैं एक हिन्दी गाना... उसके बाद अखिल जी आपको सुनाएंगे एक Motivational story और शरीर से संबंधित कुछ वैज्ञानिक सच।
अखिल- स्वागत है आपका एक बार फिर इस मजेदार कार्यक्रम संडे की मस्ती में, मैं हूं आपका दोस्त अखिल।
दोस्तों, हम अपने शरीर के बारे में आवश्यक बातें तो जानते हैं, लेकिन शरीर से ही संबंधित कुछ वैज्ञानिक सच ऐसे हैं, जिन्हें बहुत कम लोग जानते हैं। चलिए हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे अनोखे सच के बारे में जो आपको हैरान कर देंगे।
1. मनुष्य की चमड़ी के भीतर लगभग 45 मील (72 कि.मी.) लंबी तंत्रिकाएँ (नसें) होती हैं।
2. मनुष्य के जबड़ों की पेशियाँ दाढ़ों में 200 पौंड (90.8 कि.ग्रा.) के बराबर शक्ति उत्पन्न करती हैं।
3. अभी तक प्राप्त आँकड़ों के अनुसार सबसे भारी मानव मस्तिष्क का वजन 5 पौंड 1.1 औंस. (2.3 कि.ग्रा.) पाया गया है।
4. एक सामान्य मनुष्य अपने पूरे जीवनकाल में भूमध्य रेखा के पाँच बार चक्कर लगाने जितना चलता है।
5. मनुष्य की मृत्यु हो जाने के बाद भी बाल और नाखून बढ़ते ही रहते हैं।
लिली- दोस्तों, ये थे शरीर से संबंधित कुछ वैज्ञानिक सच। चलिए.. अब सुनते हैं अखिल जी की एक प्रेरक कहानी।