अखिल- जी हां, वाकई ऐसी उम्मीद है। लिली जी, आपने कभी खिड़की रहित हवाई जहाज के बारे में सुना हैं?
लिली- बिना खिड़की वाला हवाई जहाज.. नहीं... यह कैसे मुमकिन है?
अखिल- दोस्तों, बादलों पर उड़ने की ख्वाहिश किसे नहीं होती। हवाई जहाज में बैठकर आप बादलों के बीच होने का अनुभव तो ले पाते हैं पर केवल छोटी-छोटी खिड़कियों के जरिए। वहीं जहाज की दीवारों पर मौजूद खिड़की रहित स्थान आपको बाहर के नजारों का पूरा आनंद लेने से रोकते हैं, पर जल्द ही ये बाधाएं गुजरे दिनों की बात होने जा रही है।
जी हां, दोस्तों, निकट भविष्य में ऐसे जहाज हकीकत में बनने जा रहें हैं जिनमें खिड़कियां नहीं होंगी या फिर यूं कहें कि उनमें सिर्फ खिड़कियां ही होंगी दीवार नहीं। इन खिड़कियों के शीशे भी आम शीशे की तरह नहीं होंगे। आप इन्हें जब चाहें स्मार्ट स्क्त्रीन में बदल सकते हैं जिसपर आप नेट सर्फिंग भी कर सकते हैं, ईमेल चेक या मूवी देख सकते हैं या इन्हें स्विच ऑफ करके normal शीशे में बदल सकते हैं और बाहर के नजारे का आनंद ले सकते हैं। इन शीशों को बनाने में ऑर्गैनिक लाइट एमिटिंग डायोड (ओएलईडी) का प्रयोग किया जाएगा।
हम आपको बता दें कि यह तकनीक सेंटर फॉर प्रोसेस इनोवेशन (center for process innovation) नामक एक कंपनी द्वारा विकसित की गई है। कंपनी का कहना है कि इस तकनीक के इस्तेमाल से हवाईजहाज के वजन में भी कमी आएगी जिसके परिणामस्वरूप ईधन खपत में भी कमी आएगी जिससे हवाई जहाज का सफर सस्ता हो सकेगा।
जानकारों का मानना है कि अगर हवाई जहाज के वजन में एक प्रतिशत की कमी लाई जाती है तो 0.75 प्रतिशत ईधन की बचत होती है। यानी जल्द ही हाईटेक सफर सस्ते दामों में उपलब्ध होने वाला है....बस दोस्तों, आपको थोड़ा सा इंतजार करना है।
लिली- वाकई.. इस तकनीक की दूनिया में क्या क्या पोसिबल है... कहना बहुत मुश्किल है। चलिए, मैं अब बताती हूं एक ऐसे कद्दू के बारे में जिसका वजन एक कार जितना है।
दोस्तों, स्विटजरलैंड के एक किसान ने दुनिया का सबसे भारी कद्दू उगाया है जिसका वजन लगभग एक छोटी कार जितना है। 30 साल के बेनी मीर को इस कद्दू को ढ़ोने के लिए खास किस्म के वाहन का प्रयोग करना पड़ रहा है। इस कद्दू का वजन 950 किलो से अधिक है। ग्रेट पंपकिन कॉमनवेल्थ एसोसिएशन के अधिकारियों की मौजूदगी में इस कद्दू को तौला गया जिसने विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिया। इससे पहले सबसे भारी कद्दू उगाने का गिनीज विश्व रिकॉर्ड कैलीफोर्नीया के दंपत्ती टिम और सुसान मैथीसन के नाम था।