दोस्तों, यह हम सब जानते हैं कि आविष्कार से दुनिया तेजी से बदल रही है। रोज होते नए प्रयोगों से कुछ न कुछ बेहतरीन रिजल्ट निकल कर आता है।
चीन के चांगशा में रहने वाला लि यांगकाय ने ऐसी जबरदस्त गाड़ी तैयार की है जिसपर आप चाहें तो अपना सूटकेस लादकर उसपर खुद ही सवार होकर उसे किसी गाड़ी की तरह चलाकर कहीं भी जा सकते हैं। ये गाड़ी जब सड़कों पर फर्राटें भरती है तो सब इसे देखते ही रह जाते हैं।
आपको बता दें कि इस अनोखी गाड़ी में जीपीएस नैविगेशन और अलार्म सिस्टम भी है। किसी मुसीबत में फंसने पर या फिर रास्ता भटकने पर ये नन्हीं सी गाड़ी आपको सही जगह पर पहुंचा देगी।
इस स्कूटर की खास बात ये है कि यह अद्भुत स्कूटर आपका साथ नहीं छोड़ेगी। ये 37 मीलों तक चलने के काबिल है। इसमें खास बात ये भी है कि एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन जैसी जगहों पर लोगों को अपने लगेज के साथ कहीं दूर और देर तक भागना पड़ता है। लेकिन इस अद्भुत स्कूटर से सारी मुसीबतें अब खत्म की जा सकेंगी।
अखिल- तो दोस्तों, यह थी न कमाल की बात...।
लिली- हां..बिल्कुल। मैं हमारे श्रोता दोस्तों को बताना चाहुंगी कि यह खबर इन दिनों चाईनीज सोशल मीडिया पर छायी हुई है।
अखिल- लिली जी... मैं आपको एक ऐसी ख़बर बताता हूं जो इन दिनों इंडियन सोशल मीडिया पर छाई हुई है।
लिली- हां जी, बताइए...।
अखिल- ख़बर यह है कि एक पढ़ा लिखा सा दिखने वाला शख़्स विरार जाने वाली लोकल ट्रेन में चढ़ता है और अचानक लोगों से पैसे मांगने शुरू कर देता है। लोग हैरान रह जाते हैं क्योंकि उसके कपड़ों से, उसके बोलने के ढंग से उन्हें यक़ीन ही नहीं आता कि ये शख़्स भी ऐसा काम कर सकता है। लेकिन बिना झिझके ये शख़्स अपने काम में पूरी तन्मयता से जुट जाता है। इनका नाम है प्रोफ़ेसर संदीप देसाई। ये पहले एसपी जैन मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट में पढ़ाते थे। जब प्रोफ़ेसर संदीप जी लोगों से पैसे मांगते है तो उनके प्रति लोगों की प्रतिक्रिया देखना वाकई बड़ा दिलचस्प होता है। लेकिन संदीप ऐसा करते क्यों हैं? एक पढ़ा लिखा व्यक्ति भला ऐसा क्यों करता है? संदीप जी ने बताया, "मैं बचपन से ही समाज के ग़रीब तबके के लिए कुछ करना चाहता था। मैं चैरिटी के ज़रिए बच्चों की शिक्षा में योगदान देना चाहता था। तो मैंने ठान लिया कि ख़ुद घूम-घूमकर पैसे इकट्ठा करूंगा और ग़रीब बच्चों के लिए स्कूल बनवाउंगा." संदीप देसाई पिछले चार साल से लोकल ट्रेन में लोगों से धन इकट्ठा कर रहे हैं और कई लोग उनके इस काम को भीख मांगने की संज्ञा भी देते हैं।
लिली- अरे वाह...ऐसे शख्स के लिए तालियां जरूर होनी चाहिए। (तालियों की आवाज) ऐसी कमाल की सोच और भावना रखने वाले व्यक्ति को हमारा सलाम।
अखिल- बिल्कुल... अभी हम सुनते हैं एक गाना... उसके बाद बताएंगे कि घरों में बिजली न आने के 12 फायदे।
अखिल- फिर से स्वागत है दोस्तों आपका, इस चटपटे और लाफ्टर से भरे कार्यक्रम संडे की मस्ती में। मैं हूं आपका दोस्त अखिल।
दोस्तों, इन दोनों भारत में बिजली की किल्लत बहुत हो रही है। राजधानी दिल्ली हो या उत्तर प्रदेश जहां देखों वहां पावर कट की परेशानी। पर आज हम आपको पावर कट के वो असीमित फायदे बताने जा रहे हैं जो इन परेशानियों पर भारी हैं।
1. पावर कट के कारण अब परिवार के लोग ज्यादा समय साथ में बिताने लगे हैं।
2. पावर कट के समय लोग घरों से बाहर निकल सड़कों पर सैर करने निकल पड़ते हैं जिससे उनके सेहत पर अच्छा प्रभाव पडेगा।
3. बिजली के तारों से करेंट खा कर मरने वालों की संख्या में जबरदस्त गिरावट आई है।
4. पावर कट की वजह से बच्चों का लैपटॉप और मोबाईल फोन चार्ज नहीं हो पाते जिसकी वजह से वो अब इन पर अपना समय बर्बाद नहीं करते और माता-पिता के साथ बातें करते हैं....या फिर कोई खेल खलेते हैं जो कि उनके सेहत के लिए अच्छा है।
5. बच्चे अब पावर ना होने की सूरत में TV भी नहीं देख पा रहे हैं जिससे उनकी आँखें ठीक रहेंगी...जल्दी चश्मा भी नहीं लगेगा।
6. व्हाट्स ऐप के कारण बच्चों की अनदेखी करने वाली माएं अब बच्चों को अपने हाथ से पंखा दे रही हैं....इससे बच्चों में मां के लिए प्यार बढेगा।
7. जिनकी नई शादी हुई है वो अब होटल के बजाय घर पर ही कैंडल लाईट डिनर का मजा ले सकते हैं जिससे पैसा बचेगा।
8. लोग बिजली के तारों को कपडे सुखाने के लिए भी प्रयोग करने लगे हैं...इससे एक साथ पहले से ज्यादा कपडे सुखाये जा सकते हैं।
9. बच्चे खुश हैं कि अब उन्हें ज्यादा पढ़ाई करने के लिए माँ-बाप प्रेशर नहीं दे सकते।
10. जिन लोगों को पहले अँधेरे से डरने का फोबिया था उनकी हालत में जबरदस्त सुधार है।
11. पूरा घर रात भर जाग के छतों पर टहलता रहता है जिससे चोरियां भी नहीं होती।
12. बिजली न होने पर अब बिजली का बिल भरना ही नही पडेगा यानी पैसों की भी बचत।