पेइचिंग के दक्षिणी भाग स्थित योंगतिनमन से उत्तरी भाग स्थित त्जोंगकुलो मंडप यानी बेल टावर तक के बीच इस शहर के प्राचीन वास्तुकला वाले मकान बड़ी संख्या में मौजूद हैं, जो पेइचिंग के इतिहास का गवाह माने जाते हैं। चीन के स्वर्गीय मशहूर वास्तुविद् ल्यांग सीछंग ने कहा था कि पेइचिंग के प्राचीन वास्तुशैली वाले मकान दक्षिण से उत्तर तक 8 किलोमीटर दूर फैलते हैं, जो पेइचिंग की अद्भुत शानदार वास्तु-लोकेशन की व्यवस्था दिखाते हैं।
सुबह फिल्म-निर्माताओं का मंडल सब से पहले थ्यैनथान पार्क पहुंचा। थ्यैनथान पार्क में चीन का बलि के लिए बने प्राचीन मकानों का सब से बड़ा समूह मौजूद है। इस पार्क का सन् 1420 में मिंग राजवंश के दौरान निर्माण शुरू हुआ था। पार्क पैमाने और आलीशानता दोनों स्तर पर आश्यर्यजनक है। उसमें वास्तुओं का सुव्यवस्थित बंदोबस्त, उनके निराले ढांचे और खूबसूरत सजावट विश्वध्यानआकर्षक रहे हैं। उसकी चीन के वास्तुकला के इतिहास में अपनी विशेष जगह है और विश्व के वास्तुकला के धरोहर में वह एक रत्न भी है।